सचिव भगवती सिंह की ओर से कराई गई थी पत्रावलियों की जांच।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी UP बोर्ड 224 उन पत्रावलियों को रिजेक्ट कर दिया है जो विद्यालय संचालन की मान्यता के लिए आए थे। बोर्ड के सचिव भगवती सिंह की ओर हुई जांच में माध्यमिक विद्यालय संचालन करने के नए मानक पर 2 तिहाई से ज्यादा आवेदन मानक
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यही कारण है कि UP बोर्ड की राज्य स्तरीय मान्यता समिति ने शर्तें पूरी करने पर 103 विद्यालयों को मान्यता दिए जाने की मंजूरी दी। इसमें प्रयागराज और वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय के परिक्षेत्र के 29-29 विद्यालय हैं। कुल 327 पत्रावलियां मान्यता के लिए सभी क्षेत्रीय कार्यालयों की ओर से भेजी गई थीं।
सबसे ज्यादा 112 आवेदन सिर्फ मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय से
मान्यता प्रदान करने के लिए क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ की ओर से सबसे ज्यादा 112 आवेदन आए थे। इसी तरह क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज की ओर से 84 पत्रावलियां मिली थीं। बरेली की ओर से 28, गोरखपुर से 42 व वाराणसी से 61 आवेदन मान्यता समिति के समक्ष प्रस्तुत की गई थीं। समिति ने मान्यता की नई शर्तों के क्रम में पत्रावलियों में संलग्न अभिलेखों व प्रमाणपत्रों का परीक्षण किया।
सूची माध्यमिक शिक्षा निदेशक को भेजी जाएगी
मेरठ के 27 विद्यालयों को मान्यता के लिए समिति ने संस्तुति प्रदान की, जबकि 85 प्रकरण अस्वीकृत किए गए। इसी तरह बरेली के 12 विद्यालयों के लिए संस्तुति दी गई तथा 16 अस्वीकृत किए गए। इसके अलावा गोरखपुर में छह संस्तुत व 36 अस्वीकृत तथा वाराणसी में 29 संस्तुत व 32 अस्वीकृत तथा प्रयागराज में 29 संस्तुत एवं 55 प्रकरण अस्वीकृत किए गए। अब मान्यता दिए जाने के लिए संबंधित पत्रावली UP बोर्ड के सचिव भगवती सिंह की ओर से सभापति को भेजा जाएगा। शासन से मान्यता दी जाएगी।