ज्ञानवापी स्थित मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन और अन्य विग्रहों के संरक्षण की मांग करने वाली पांचों महिलाओं ने घर की चौखट से निकलकर कानूनी लड़ाई को आगे बढ़ाया। घरेलू कामकाज करने वाली पांचों महिलाओं की मुलाकात काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के दौरान होती थी।
इसी दौरान अयोध्या राम मंदिर का मुकदमा लड़ रहे वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन से मुलाकात हुई और ज्ञानवापी मामले का वाद दाखिल हुआ। वादी महिलाओं में शामिल सीता साहू ने बताया कि हम चार महिलाएं मंजू व्यास, रेखा पाठक और लक्ष्मी देवी श्रृंगार गौरी के दर्शन पूजन के लिए जाते थे।
वहां मुलाकात के दौरान हमें श्रृंगार -गौरी के दर्शन नहीं मिलने और वर्ष में एक दिन चौखट से दर्शन पूजन की व्यवस्था पर खिन्नता होती थी। लक्ष्मी देवी के पति सोहन लाल आर्य के जरिये हरिशंकर जैन मुलाकात हुई। वहां हमने अपनी पूरी व्यथा बताई तो उन्होंने तथ्यों को जांच परखकर अगस्त 2021 में वाद दाखिल किया।
सीता साहू ने बताया कि मैं, रेखा पाठक और लक्ष्मी घर के साथ ही समाजसेवा भी करते थे। एएसआई सर्वे की रिपोर्ट ने मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन की राह की ओर अहम कदम है।