हलाल प्रमाण पत्र।
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हलाल उत्पादों की बिक्री को लेकर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीमों ने मंगलवार को भी प्रदेशभर में छापेमारी की। लखनऊ में लुलु मॉल, बेस्ट प्राइज समेत दो दर्जन स्टोरों पर छापा मारा। इस दौरान उरद दाल, चाट मसाला, गरम मसाला, नॉर ब्रांड के चिकन डिलाइट सूप जब्त किया गया। इन सभी पर हलाल सर्टिफिकेट अंकित था
भदोही में हलाल लिखा मलयेशिया निर्मित डेयरी मिल्क जब्त करने के साथ दो नमूने लिए गए। सोनभद्र में पांच नमूने लिए गए तो गाजीपुर में 280.80 किलोग्राम खाद्य उत्पाद जब्त कर पांच नमूने लिए गए। भदोही के जिला अभिहीत अधिकारी चंदन पांडेय ने बताया कि भदोही नगर में विदेश से आए कई उत्पादों पर हलाल का टैग लगता है। इसमें धनिया, मिर्च, हल्दी और सौंदर्य से जुड़ी सामग्री भी शामिल हैं।
वहीं मुजफ्फरनगर में एफएसडीए की टीम ने रेलवे स्टेशन के सामने मॉल से खाद्य विभाग की टीम ने हलाल मार्का वाले 26 खाद्य पदार्थों को जब्त कर लिया है। यहां से तीन नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। यहां मॉल में स्वीटी इमली, टमॅटो प्यूरी के तीन नमूने लिए गए। मेरठ में छह टीमों ने शहर और देहात क्षेत्र में 20 स्थानों पर खाद्य पदार्थ बेचने वाले बड़े स्टोरों का निरीक्षण किया। शास्त्रीनगर एच ब्लॉक में फ्रेंड्स बाजार में हलाल प्रमाणित नूडल्स के 16 पैकेट मिले। वहीं सहारनपुर में एक मॉल, नकुड़, नानौता में वी-मार्ट से हलाल मार्का चावल, पास्ता और सिवईं के 151 पैकेट जब्त किए हैं।
अंबेडकरनगर में हलाल प्रमाणित 2 क्विंटल चावल जब्त
एफएसडीएम की टीमों ने मंगलवार को अवध के जिलों अंबेडकरनगर, बहराइच, गोंडा, सीतापुर, बाराबंकी में शॉपिंग स्टोरों पर स्टॉक खंगाला। इस दौरान अंबेडकरनगर में वी मार्ट से हलाल प्रमाणित ऐरावत ब्रांड का 2 क्विंटल पैक्ड चावल जब्त किया। इसके बाद नमूना जांच के लिए भेजा। वहीं सीतापुर में रिलायंस स्मार्ट प्वॉइंट शॉपिंग मॉल से हलाल प्रमाणित चना दाल, चावल, मिक्स दाल, लाल मिर्च पाउडर आदि जब्त किया गया।
जांच के लिए पांच सदस्यीय एसटीएफ टीम गठित
देश भर में चल रहे हलाल सर्टिफिकेशन के फर्जीवाड़े की जांच यूपी एसटीएफ को स्थानांतरित कर दी गई है। शासन के आदेश पर मुकदमे की विवेचना मंगलवार को एसटीएफ को स्थानांतरित कर दी गई है। एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश के निर्देश पर एडिशनल एसपी विशाल विक्रम सिंह के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
एसटीएफ ने लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) से इस मामले से संबंधित दस्तावेज और अब तक जुटाए गए सुबूतों की जानकारी मांगी है। वहीं जिन कंपनियों द्वारा हलाल सर्टिफिकेट दिया जाता है, उनके प्रबंधतंत्र के बारे में भी गहनता से जानकारी जुटानी शुरू कर दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक इस प्रकरण की जांच के लिए एसटीएफ की टीमों को जल्द चेन्नई, मुंबई और दिल्ली भेजा जाएगा, जो कंपनियों से हलाल सर्टिफिकेशन देने से संबंधित दस्तावेज जुटाकर यह पता लगाएगी कि यह कानूनी रूप से वैध है कि नहीं। डीआईजी एसटीएफ अनंत देव ने बताया कि इस प्रकरण में कई राज्यों तक जांच का दायरा होने की वजह से टीमों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है।