तस्वीर: इसरो
नयी दिल्ली। आज की एक बड़ी खबर के मुताबिक रविवार यानी 26 मार्च को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ब्रिटेन के 36 सैटेलाइट एक साथ लॉन्च करने जा रहा है. वहीं, भेजे जा रहे इन सभी उपग्रहों का कुल वजन 5805 किलोग्राम है। इस मिशन को एलवीएम3-एम3/वनवेब इंडिया-2 नाम दिया गया है। यह लॉन्चिंग थोड़ी देर बाद यानी सुबह 9 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा के स्पेसपोर्ट से की जाएगी.
LVM3-M3🚀/वनवेब 🛰 भारत-2 मिशन:
उलटी गिनती शुरू हो गई है।लॉन्च को लाइव देखा जा सकता है
26 मार्च, 2023 को सुबह 8:30 बजे सेhttps://t.co/osrHMk7MZLhttps://t.co/zugXQAYy1y https://t.co/WpMdDz03Qy @डी डी नेशनल @NSIL_India @INSPACEIND@वनवेबइसरो (@isro) 25 मार्च, 2023
जानकारी के मुताबिक इसमें इसरो के 43.5 मीटर लंबे LVM3 रॉकेट (GSLV-MK III) का इस्तेमाल किया जाएगा। यह इस बार दूसरे लॉन्चपैड से उड़ान भरेगा। गौरतलब है कि इस लॉन्च पैड ने चंद्रयान-2 मिशन समेत अब तक पांच सफल लॉन्च किए हैं। वहीं, LVM3 से चंद्रयान-2 मिशन समेत लगातार 5 सफल और शानदार मिशन लॉन्च किए जा चुके हैं। यह अब इसकी छठी उड़ान है।
LVM3-M3/वनवेब इंडिया-2 मिशन:
लॉन्च 26 मार्च, 2023 को 0900 घंटे IST पर SDSC-SHAR, श्रीहरिकोटा के दूसरे लॉन्च पैड से निर्धारित है। @वनवेब @NSIL_India pic.twitter.com/jyPsGlrcpX
इसरो (@isro) मार्च 20, 2023
साथ ही बता दें कि वनवेब के लिए इसरो की कमर्शियल यूनिट न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) का यह दूसरा मिशन होने जा रहा है। नेटवर्क एक्सिस एसोसिएटेड लिमिटेड यानी वनवेब यूके बेस्ड कम्युनिकेशन कंपनी है। दूसरी ओर, यदि यह प्रक्षेपण सफल होता है, तो वनवेब इंडिया-2 अंतरिक्ष में 600 से अधिक निचली पृथ्वी की कक्षा के उपग्रहों के समूह को भी पूरा करेगा। साथ ही दुनिया के हर कोने में अंतरिक्ष आधारित ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा मुहैया कराने की योजना में मदद मिलेगी।