कथाचार्य प्रिया किशोरी भगवान श्रीराम की कथा सुनाते हुए।
लखनऊ के रायबरेली रोड स्थित वृंदावन योजना सेक्टर-6 के आकाश इंक्लेव में रविवार को श्रीराम भजनों की मधुर ध्वनि से वातावरण भक्तिमय हो उठा। कथाचार्य प्रिया किशोरी ने भगवान श्रीराम के जन्म प्रसंग का वर्णन किया।
उन्होंने बताया कि महाराज दशरथ द्वारा कराए गए यज्ञ का प्रसाद उनकी तीनों रानियों – कौशल्या, सुमित्रा और कैकेई को मिला। इसके फलस्वरूप चैत्र मास की शुक्ल पक्ष नवमी को रानी कौशल्या के गर्भ से श्रीराम का जन्म हुआ।
कथाचार्य प्रिया किशोरी ने भगवान श्रीराम के जन्म प्रसंग का वर्णन किया।
जन्म के समय आकाश से देवताओं ने पुष्प वर्षा की और अप्सराएं नृत्य करने लगीं। नीले वर्ण के तेजस्वी शिशु को देखकर सभी मोहित हो गए। इसी क्रम में रानी सुमित्रा ने दो पुत्रों (लक्ष्मण और शत्रुघ्न) तथा रानी कैकेई ने एक पुत्र (भरत) को जन्म दिया।
कार्यक्रम के संयोजक शरद निगम ने बताया कि यह सात दिवसीय कथा 7 से 13 फरवरी तक चलेगी। कथा प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगी। समापन दिवस पर सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा और बृहद भंडारे के साथ कार्यक्रम संपन्न होगा।