ये मरीज प्रभावती देवी हैं। जिन्हे डॉक्टर ने बिना ब्लड चढ़ाये डिस्चार्ज कर दिया था।
वाराणसी के दीन दयाल जिला चिकित्सालय में मरीज को पहले ब्लड चढाने की बता करने और अचानक से डिस्चार्ज करने का मामला सामने आया है। इस जानकारी के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद पहुंचे सीएमएस ने मामला शांत करवाते हुए मरीज को दोबारा एडमिट कर डॉक्
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डॉ पीके सिंह ने अंडर में चल रहा था इलाज मरीज के रिश्तेदार और बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दयाशंकर भारती ने बताया- कांशीराम आवास शिवपुर की रहने वाली प्रभावती देवी (65) को 29 सितंबर को खून की कमी के चलते डॉ पीके सिंह के अंडर एडमिट कराया गया था। मरीज को तत्काल दो यूनिट ब्लड चढाने को कहा गया था और उसे आयुष्मान वार्ड में रखा गया था। यहां मंगलवार को एक यूनिट उसे ब्लड चढ़ाया भी गया पर एक यूनिट की एक और मांग की गई थी।
2 अक्टूबर को खून लेकर पहुंचे तो नर्स बोली कर दिया डिस्चार्ज दयाशंकर ने बताया- परिजन दो अक्टूबर को एक यूनिट ब्लड लेकर पहुंचे तो नर्स ने कहा डॉ साहब ने महिला को डिस्चार्ज कर दिया है। जबकि महिला का हीमोग्लोबिन सिर्फ 5 प्रतिशत है। उसके बावजूद लापरवाह डॉक्टर ने ऐसा किया है। इसे लेकर दयाशंकर और परीजनों ने नर्स और मेडिकल स्टाफ से बहस करनी शुरू कर दी। इसपर मौके पर सीएमएस पहुंचे।
सीएमएमस ने मामले को कराया शांत, फिर से कराया एडमिट सीएमएस ने परिजनों से बातचीत कर उन्हें शांत कराया और डॉ दिग्विजय सिंह से दयाशंकर से बात कर अपनी समस्या रखी। जिसके बाद उनके पेशेंट को सीएमएस ने दोबारा एडमिट कराया और दूसरे डॉक्टर को उन्हें देखने के लिए नियुक्त किया है।