फतेहपुर में पत्रकार दिलीप सैनी की 30 अक्टूबर को हुई हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में फरार चल रहे दो मुख्य आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। इन आरोपियों ने पत्रकार की उनके यार्ड में घुसकर चाकू से गोदकर और गोली
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मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी ASP विजय शंकर मिश्रा ने बताया- दिलीप सैनी की हत्या में शामिल मुख्य आरोपी दो सगे भाई, आलोक कुमार तिवारी उर्फ अक्कू तिवारी और अनुराग तिवारी उर्फ अन्नू तिवारी, अपने साथियों के साथ फरार थे। 5 नवंबर को, इन दोनों आरोपियों को मलवां थाना क्षेत्र के कैची मोड़ के पास पुलिस और इंटेलिजेंस विंग की टीम ने घेर लिया।
इस आरोपी के पैर में गोली लगी है।
पुलिस आरोपी को टांग कर ले गई।
जब पुलिस ने रुकने के लिए इशारा किया, तो आरोपियों ने कार सवार होकर पुलिस टीम को रौंदने की कोशिश की। इसके बाद, दोनों आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें अनुराग तिवारी के पैर में गोली लग गई। घायल अनुराग तिवारी को पुलिस ने नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस कार्रवाई और बरामदगी पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से एक तमंचा, कारतूस, चाकू, और नकद रुपये बरामद किए। आरोपी आलोक तिवारी उर्फ अक्कू को भागते हुए पकड़ लिया गया। इस मामले में पहले से गिरफ्तार किए गए पांच आरोपी—अंकित तिवारी, बबलू उर्फ जितेंद्र पटेल, विपिन शर्मा, चिक्कन उर्फ आशीष कुमार और लेखपाल सुनील राणा को जेल भेजा जा चुका है।
हालांकि, इस हत्याकांड में शामिल दो अन्य आरोपी, जोंटी उर्फ अफजल और शुभम पांडेय, अभी फरार हैं। पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई की है, और उनकी गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान जारी है।
ये था मामला 30 अक्टूबर की रात दिलीप सैनी की उनके यार्ड में घुसकर आलोक तिवारी और अनुराग तिवारी ने अपने साथियों के साथ मिलकर चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। इस हत्या का मुकदमा मृतक की पत्नी की तहरीर पर 9 नामजद और 6 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया गया था। पुलिस इस मामले में लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी।