
कोड चित्र
–
विस्तार
राज्य में कम बारिश से थोड़ी राहत तो मिली है, लेकिन अभी भी राज्य के 13 जिलों के 331 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. इन गांवों में राहत कार्य जारी है. बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की 03 टीमें और एसडीआरएफ की चार टीमों के अलावा पीएसी की छह टीमें भी तैनात की गई हैं.
राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार के मुताबिक, फिलहाल बाढ़ राहत के लिए कुल 13 टीमें तैनात की गई हैं. वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाले गए लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था की गई है. अब तक कुल 11057 सूखा राशन किट, 121032 लंच पैकेट तथा 1400 डिग्निटी किट भी वितरित किये जा चुके हैं। राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में अब तक 866 बाढ़ शरणालय, 270 पशु आश्रय स्थल बनाये गये हैं। इनमें चारे आदि की पूरी व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा 488396 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं, 613 बाढ़ चौकियां और 438 मेडिकल टीमें भी बनाई गई हैं. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की लगभग 2607 गौशालाओं के 4,52,821 पशुओं एवं अन्य पशुओं के लिए पर्याप्त चारे की व्यवस्था की गई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को बाहर निकालने के लिए 185 नावों की भी व्यवस्था की गयी है. बाढ़ को देखते हुए सभी संवेदनशील जिलों में राहत चौपाल लगाये जा रहे हैं.