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यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा – 2023 | प्रवेश परीक्षा की घोषणा वास्तविक समय सीसीटीवी निगरानी के तहत की गई और सीएम योगी के निर्देश के अनुसार सुरक्षा के कड़े उपायों का पालन किया जायेगा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi government.) चयन प्रक्रिया के साथ-साथ प्रदेश में होने वाली सभी प्रकार की परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिए प्रतिबद्ध है. यूपी बोर्ड परीक्षाओं को नकलमुक्त करने के बाद अब संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा-2023 को भी उसी तर्ज पर पूरी तरह पारदर्शी, नकलमुक्त और व्यवस्थित तरीके से कराने की तैयारी की जा रही है. सीएम योगी की मंशा के अनुरूप बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने परीक्षा के आयोजन को लेकर व्यापक इंतजाम किए हैं. सभी केंद्रों में लाइव सीसीटीवी सर्विलांस के साथ ही सभी अभ्यर्थियों की उपस्थिति बायोमैट्रिक व फेस रिकग्निशन के आधार पर की जाएगी।

जिला प्रशासन के सहयोग से सभी केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रत्येक केंद्र में एक केंद्र प्रतिनिधि और एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राज्य के सभी 75 जिलों में 15 जून को एक साथ बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2023 का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें करीब 4.73 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे.

पूरा फोकस पारदर्शिता पर रहेगा

मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के समक्ष बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा से संबंधित कार्ययोजना की प्रस्तुति में परीक्षा की शुचिता, सुरक्षा और संरक्षा के संबंध में पूरी जानकारी दी गई. इसके तहत प्रदेश के सभी केंद्रों में लाइव सीसीटीवी सर्विलांस की सुविधा दी गई है, जिसका संचालन विश्वविद्यालय द्वारा 12 जून तक शुरू कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं परीक्षा की दोनों पालियों के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा। केंद्र अधीक्षक द्वारा कि सभी प्रतिभागियों को बायोमेट्रिक या फेस रिकग्निशन के माध्यम से भाग लिया जाता है। प्रत्येक जिले में एक नगर प्रभारी होंगे, जिन्हें डीएम द्वारा नामित किया जाएगा। इसी तरह 2 केंद्रों पर एक केंद्र प्रतिनिधि रहेगा, जबकि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया जाएगा। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि, नोडल अधिकारी एवं उप नोडल अधिकारी उनका सहयोग करेंगे।

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सभी घटकों की भूमिका निर्धारित की गई है

प्रवेश परीक्षा को तीन घटकों में बांटा गया है, जिसमें बुंदेलखंड विश्वविद्यालय और 16 अन्य नोडल विश्वविद्यालयों को छोड़कर सभी जिलों का प्रशासन शामिल है। सभी को उनकी भूमिका और जिम्मेदारी के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। परीक्षा से संबंधित समस्त गोपनीय सामग्री (ओएमआर शीट एवं कागजात सहित) जिला कोषागार में जमा कराने से लेकर परीक्षा केन्द्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी डीएम द्वारा नामित नगर प्रभारियों की होगी. समस्त गोपनीय सामग्री नियत समय पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में खोली जायेगी। प्रश्न पुस्तिका एवं ओ0एम0आर0 शीट का वितरण एवं संग्रहण सुनिश्चित करने के साथ ही परीक्षा के समय निरीक्षण का कार्य स्टेटिक मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी होगी।

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गोपनीय सामग्री कड़ी सुरक्षा में रहेगी

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा से संबंधित गोपनीय सामग्री के लिए भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की मदद ली जाएगी। योजना के तहत गोपनीय सामग्री को कोषागार से परीक्षा केंद्र तक ले जाने के लिए केंद्र प्रतिनिधि के साथ सशस्त्र पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की जाएगी. साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों पर पुलिस बल और एस्कॉर्ट की समुचित व्यवस्था रहेगी। इसी तरह गोपनीय सामग्री झांसी भेजते समय बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों के साथ सशस्त्र पुलिस कर्मी भी रहेंगे.

 

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