जौनपुर शहर के पॉलिटेक्निक और जेसीज चौराहों पर यातायात व्यवस्था को लेकर समस्याएं बढ़ रही हैं। पॉलिटेक्निक चौराहे पर सड़कें गड्ढों से भरी हैं और मानक के अनुरूप नहीं हैं। चौराहे का व्यास कम होने से वाहनों को मुड़ने में परेशानी होती है।
यातायात निरीक्षक सुशील मिश्र के अनुसार, विभाग ने एक उपनिरीक्षक, चार आरक्षी और आठ गार्ड तैनात किए हैं। फिर भी यातायात व्यवस्था को सुचारू रखना मुश्किल हो रहा है। एनएचआई भदोही द्वारा निर्मित सड़क पॉलिटेक्निक चौराहे पर समाप्त होती है।
विशेषज्ञों ने पॉलिटेक्निक चौराहे की परिधि बढ़ाने और ट्रैफिक सिग्नल लगाने का सुझाव दिया है। वैकल्पिक रूप से नईगंज कुमार पेट्रोल पंप और वाजिदपुर तिराहे से यू-टर्न की व्यवस्था की जा सकती है। यदि यह संभव न हो तो चौराहे को स्थायी रूप से बंद करने का विकल्प भी विचाराधीन है।
जेसीज चौराहे पर परिवहन निगम की बसें रोडवेज से आकर अव्यवस्थित तरीके से खड़ी होकर सवारियां भरती हैं। इससे वहां लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है। जिलाधिकारी को उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग को निर्देश देना चाहिए कि बसें केवल रोडवेज प्रांगण में ही यात्रियों को उतारें-चढ़ाएं। नगर के अंदर से बसों का संचालन नियम विरुद्ध माना जाएगा।
यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए जिलाधिकारी, उत्तर प्रदेश परिवहन निगम और यातायात विभाग को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
वहीं दूसरी ओर जेसीज चौराहा पर ध्यान देने की आवश्यकता है। जहां परिवहन निगम की बसें रोडवेज से आकर चौराहे पर अव्यवस्थित तरीके से खड़ी करके सवारी भरती हैं, जिसके चलते वहां हर समय जाम लगा रहता है। इसमें जिलाधिकारी द्वारा उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग को पत्र जारी कर उन्हें आदेशित किया जाना चाहिये कि सवारियों को रोडवेज प्रांगण में ही उठायें और उतारें।
नगर के अंदर से बसों को लाना ले जाना नियम विरुद्ध होगा परिवहन बसों के लिए बने मार्ग का ही प्रयोग करें। नगर के अंदर से बसों को लाना ले जाना नियम विरुद्ध होगा। ऐसा न करने पर उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। शहरी क्षेत्रों को जाम से मुक्त कराने हेतु जिलाधिकारी सहित उत्तर प्रदेश परिवहन निगम और यातायात विभाग को कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है जिससे जाम से निजात मिल सके और यातायात सरल बनाया जा सकता है।