ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा ने कहा है कि अयोध्या में रामलला की स्थापना 22 जनवरी को तीन विशेष शुभ मुहूर्त सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि, और रवि योग में होगी। 500 वर्षों के पश्चात कर्म द्वादशी के शुभ दिन यह शुभ अवसर आया है।
उन्होंने बताया कि इसी दिन भगवान विष्णु के कच्छप अवतार का उदय हुआ था। इसी दिन भगवान विष्णु के सातवें अवतार प्रभु श्री राम का भी जन्म हुआ था। इसी शुभ तिथि और दिन में भगवान श्री राम लाल की स्थापना अयोध्या में होने जा रही है। इस दिन तीन विशेष शुभ मुहूर्त सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि एवं रवि योग एक साथ अत्यंत शुभ मुहूर्त के रूप में पड़ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि रामलला दोपहर 12:15 से 12:45 के बीच विराजमान होंगे। 12:29 मिनट 8 सेकेंड से 12:30 सेकंड के बीच में 01 मिनट 24 सेकंड के शुभ अभिजीत मुहूर्त में रामलाल श्री राम मंदिर अयोध्या में विराजमान होने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेष लग्न, वृश्चिक नवांश में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। मुहूर्त में छह गृह देवगुरु बृहस्पति, मेष राशि, चंद्रमा वृषभ राशि में उच्च धनु राशि में बुध शुक्र और मंगल, शनि देव स्वगृही कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे।