Breaking News

आगरा: भगत हलवाई दुकान के मालिक से मांगा हर्जाना, कहा-नतीजा खराब न हो तो पैसे दे दो; आरोपी के दोनो भाई हिस्ट्रीशीटर है

 

हरीपर्वत पुलिस स्टेशन आगरा

उत्तर प्रदेश के आगरा में एमजी रोड स्थित भगत हलवाई के मालिक शिशिर भगत को शाहगंज थाने के हिस्ट्रीशीटर के भाई ने धमकी दी है। आरोप है कि राशिद बेग 50 हजार की रंगदारी मांग रहा है। रकम नहीं देने पर दुकान बंद कराने की धमकी दी है। इससे उनका परिवार दहशत में है। थाना हरीपर्वत पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी पर पहले भी केस दर्ज हैं।

शिशिर भगत ने बताया कि उनकी एमजी रोड स्थित सुरेश प्लाजा में भगत हलवाई नाम से दुकान है। मार्केट के ही पिछले हिस्से में राशिद बेग की ड्राई क्लीन की दुकान है। वह उनसे वर्ष 2015 से रंजिश मानता है। आए दिन कर्मचारी और ग्राहकों को परेशान करता है। मार्केट का शौचालय भी बंद कर दिया है। व्यापार नहीं करने दे रहा है। आरोप लगाया कि 11 अक्तूबर को उनके कर्मचारी से अभद्रता की। समझाने का प्रयास किया तो राशिद दुकान में घुस आया। उन्हें जान से मारने की धमकी दी।

आरोप लगाया कि 30 अक्तूबर को वह शौचालय जा रहे थे, तभी राशिद ने पकड़ कर धमकाया, कहा 50 हजार रुपये दो नहीं तो दुकान नहीं चलने देंगे। इससे वह दहशत में हैं। कर्मचारी भी काम नहीं कर पा रहे हैं। पिछले दिनों उसने मार्केट की एक दीवार भी तोड़ दी थी। पुलिस से शिकायत करने पर दीवार का निर्माण हो सका था।

पूर्व में भी दे चुका है धमकी

थाना प्रभारी अरविंद कुमार का कहना है कि रंगदारी मांगने का आरोप है। मामले में विवेचना की जा रही है। आरोपी के दो भाई थाना शाहगंज के हिस्ट्रीशीटर हैं। गुंडा एक्ट की कार्रवाई भी हो चुकी है। राशिद बेग पर भी मुकदमे दर्ज हैं।

शिशिर भगत ने आरोप लगाया कि वर्ष 2015 में भी उन्हें परेशान किया था। तब पुलिस से शिकायत की थी। पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई की थी। इससे ही वो रंजिश मानता है। हाल ही में मार्केट के एक दुकानदार को भी इसी तरह धमकाया था। इस पर उसने पुलिस से शिकायत की थी। तब दुकान का बोर्ड लग सका था।

Check Also

यूपी बोर्ड ने 224 स्कूलों को मान्यता नहीं दी: प्रयागराज सहित प्रदेश भर से 327 आवेदन आए थे, 127 को मिली स्वीकृति – प्रयागराज न्यूज

  सचिव भगवती सिंह की ओर से कराई गई थी पत्रावलियों की जांच। उत्तर प्रदेश …

Leave a Reply

Your email address will not be published.