अलग-अलग तरह की सब्जियां बेचता दुकानदार
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अलीगढ़ में गोवर्धन पूजा पर 14 नवंबर को शहर के बाजारों में अन्नकूट की सब्जी 50 रुपये से लेकर 150 रुपये किलो तक बिकी। पिछली सालों की तुलना में इस बार सब्जी का दाम कम रहा। लोगों ने अन्नकूट प्रसाद बनाने के लिए जमकर सब्जियां खरीदी। सुबह-सुबह शहर के बाजारों में लोगों की जबरदस्त भीड़ थी। जबकि गली-मोहल्ले और अपार्टमेंट में ढकेल से सब्जियां बेचने वाले ने मनमाने दाम वसूले।
गोवर्धन पूजा पर अन्नकूट का काफी महत्व है। मान्यताओं के अनुसार श्रद्धालु बृजवासियों की तरह अन्नकूट महोत्सव का आयोजन करते हैं। ज्योतिषाचार्य पं. हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि द्वापर युग में इंद्र के कोप से ब्रजवासियों की रक्षा करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उंगली से उठा लिया था। इसकी व्याख्या इस तरह भी की जाती है कि उन्होंने सामूहिक रूप से कृषि करने का संदेश लोगों को दिया था। बृजवासी मानते थे कि इंद्र के कारण ही वर्षा होती है। जिससे उनकी खेती समृद्ध होती है। लेकिन श्रीकृष्ण ने उन्हें समझाया कि खेती इंद्र के कारण नहीं, बल्कि उनके परिश्रम के कारण से समृद्ध होती है। इसी प्रसंग को आत्मसात करने के लिए श्रद्धालु गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाते हैं। इस पूजा में अन्नकूट प्रसादी का काफी महत्व होता है।
सौ से अधिक सब्जियों का मेल, जगह के हिसाब से दाम तय
अन्नकूट की सब्जियों में करीब सौ से अधिक सब्जियां शामिल थी। बाजार में जगह के हिसाब से सब्जी के दाम तय थे। धनीपुर मंडी, नौरंगाबाद क्षेत्र में मिक्स सब्जी 80 रुपये किलो थी। जबकि रामघाट रोड, पड़ाव दुबे पर यहीं सब्जी 100 से 150 रुपये किलो थी। वहीं बारहद्वारी बाजार में सुबह 120 रुपये और दिन निकलने के बाद 60 रुपये किलो सब्जी बिक रही थी। इसके अलावा कई लोगों ने अलग-अलग सब्जियों की भी खरीदी की।
ये सब्जियां रहीं शामिल
कई तरह के आलू, जिमीकंद, मशरूम, कई प्रकार की मूली, विभिन्न बैंगन, विभिन्न प्रकार की शिमला मिर्च, भिंडी, कच्चे केला, पपीता, अरबी, फूल गोभी, पत्ता गोभी, धनिया, टमाटर, विभिन्न फलियां, करेला, पालक, हरे साग, हरी मिर्च, खीरा आदि। इसके अलावा कई तरह के फल जैसे सेब, केला, अनार, बेर, पनीर, मौसमी आदि शामिल थीं।