आजमगढ़ के लाल ने केबीसी में मचाया धमाल
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कौन बनेगा करोड़पति के 15वें एपीसोड में जिले के जसलीन ने एक करोड़ का इनाम जीता है। जसलीन की सफलता पर परिजनों व ग्रामीणों में खुशी व्याप्त हो गई है। इनाम जीतने के बाद घर लौटने पर उसका जहां जोरदार स्वागत किया गया तो वहीं जसलीन ने इनाम के पैसों से सबसे पहले अपने कच्चे मकान को पक्का कराने की बात कही है। जसलीन कुमार मूलरूप से जिले के रानी की सराय ब्लाक अंतर्गत आवंक गांव का निवासी है।
आंवक गांव निवासी जसलीन साधारण परिवार से है। उसके पिता रामसूरत मोटर मैकेनिक है। जसलीन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते स्नातक की पढ़ाई पूरी नहीं कर सका और शहर के एक कपड़े के शोरूम पर बतौर सेल्समैन काम करता था। केबीसी में उसका नाम आया तो वह प्रतिभाग करने चला गया। 15वें एपिसोड में उसने एक करोड़ का इनाम जीता। केबीसी जीत कर घर लौटने पर जसलीन का परिजनों व ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। प्रधान जाहिद खान ने कहा कि यह गांव ही नहीं जिले के लिए गौरव का पल है। जसलीन ने बताया कि उसकी प्राथमिक शिक्षा शहर के नवीन सरस्वती शिशु मंदिर से हुई। समाचार पत्रों के माध्यम से सामान्य ज्ञान को मजबूत किया। उसने बताया कि केबीसी के एक करोड़ रुपये और सात करोड़ रुपये के सवाल के लिए वह नोटबुक बनाता था। हॉटसीट तक पहुंचने में उसे 12 साल लग गए। उसने कहा कि वह जनता था कि केबीसी के हॉट सीट पर पहुंच कर ही वह अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार सकता है।
अमिताभ ने दी अपनी जैकेट
जसलीन ने बताया कि जब वह मुम्बई केबीसी प्रोग्राम में पहुंचा तो सेट पर तापमान काफी कम था। जिसमें उसे ठंड लग रही थी। उसने यह बात अमिताभ बच्चन को बताया तो उन्होंने अपनी जैकेट उतार कर उसे दे दिया। उसने कहा कि अमिताभ बच्चन से जैकेट मिलना व उनके द्वारा गले लगाए जाने का पल उसके जिंदगी का सबसे अनमोल पल होगा। उसने बताया कि कच्चा मकान पक्का कराने के साथ ही कागज का दोना और पत्तल बनाने वाली मशीन खरीदकर स्टार्टअप शुरू करने की भी योजना है।