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लखनऊ में शराब ठेका खोलने को लेकर विवाद, पार्षद बोले– क्षेत्र को बना रहे ‘शराब मंडी’, आबकारी अधिकारी ने दी सफाई

 

लखनऊ के हुसैनगंज स्थित उदयगंज चौराहे पर शनिवार को शराब की नई दुकान खुलने का क्षेत्रवासियों और पार्षदों ने जमकर विरोध किया। दुकान के विरोध में पार्षद अमित चौधरी और स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए। स्थिति को देखते हुए जिला आबकारी अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की।

शराब से क्राइम ग्राफ बढ़ेगा

पार्षद अमित चौधरी ने का कहना है कि यह इलाका रिहायशी और व्यावसायिक दोनों है। शराब की दुकान खुलने से माहौल खराब होगा । महिलाओं की सुरक्षा और बच्चों पर गलत असर पड़ेगा , क्राइम ग्राफ बढ़ेगा। जहां दुकान खुल रही है उसी के ठीक पीछे लोगों के आवास है। सड़क के दूसरी ओर शराब की दुकान पहले से ही मौजूद है फिर नई दुकान की क्या आवश्यकता । स्कूल आने जाने वाले बच्चों पर इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा इसलिए इसका विरोध कर रहे हैं।

क्षेत्र को शराब मंडी बनाना चाहते हैं

अमित चौधरी ने कहा कि उदयगंज में लगातार नई दुकान खोलने का प्रयास किया जा रहा है। 500 मीटर की रेंज में यह तीसरी बार दुकान खोलने का प्रयास है। जबकि इसी क्षेत्र में पहले से ही कई शराब की दुकान ,बियर की दुकान मौजूद है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इस क्षेत्र को शराब मंडी बनाना चाहते हैं। शराब की जो पहले से दुकान है उसके बाद नई दुकानों की क्या आवश्यकता है । विरोध के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने फिलहाल नई दुकान पर रोक लगा दिया है।

शराब समाज के लिए खतरा

अमित चौधरी ने कहा कि शराब कितना हानिकारक है यह सब जानते हैं। शराब पीने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। आज अस्पतालों में बड़ी संख्या में शराब पीने वाले मरीजों का इलाज हो रहा है। शराब पीने वालों पर आर्थिक और शारीरिक रूप से बुरा असर पड़ता है। एक तरफ शराब के खिलाफ अभियान चल रहा है। दूसरी और नई दुकान खुल रही हैं और लोगों को शराब पीने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सभ्य समाज के लिए यह अच्छा नहीं है।

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