प्रतीकात्मक तस्वीर.
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प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना को इस साल सितंबर महीने में पांच साल पूरे हो जाएंगे, लेकिन अभी तक यह पूरी तरह से लागू नहीं हो पाई है। मेरठ में 12.55 लाख लाभार्थी हैं, जिनमें से सिर्फ 47,895 लोगों को ही इस योजना का लाभ मिला है, जो कुल लाभार्थियों का चार फीसदी भी नहीं है.
इसके अलावा 4,51,256 लोगों के ही गोल्डन कार्ड बने हैं, जबकि 803744 लोग कार्ड से वंचित हैं। यानी करीब 64 फीसदी कार्ड अब तक नहीं बन पाये हैं. योजना का लाभ लेने के लिए कार्ड जरूरी है। वहीं, जिले में 243 निजी अस्पताल हैं, जिनमें से सिर्फ 82 अस्पताल ही योजना से जुड़े हैं. योजना के तहत लाभार्थी परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक इलाज की सुविधा मिलती है। यह योजना सितंबर 2018 में शुरू की गई थी और इसके लाभार्थी वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हैं।