सेमिनार में जनसंख्या नियंत्रण पर विचार रखते वक्ता।
लखनऊ के श्री जय नारायण मिश्र महाविद्यालय में बुधवार को तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का समापन हुआ। इसमें फिनलैंड, ऑस्ट्रिया, चीन और मालदीव के शोध छात्रों और प्रोफेसर ने भाग लिया। विषय ‘जनसंख्या विकास: चुनौतियां और अवसर’ था।
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समापन समारोह में पूर्व आईएएस और मुख्य अतिथि आलोक रंजन ने कहा-जनसंख्या और विकास मानवता से जुड़े अहम मुद्दे हैं। बढ़ती जनसंख्या को ‘डिविडेंड या डिजास्टर’ के रूप में देखने पर चर्चा की जरूरत है।
चीन की जनसंख्या बढ़ाने की नीति
पूर्व कुलपति डॉ. अनीस अंसारी ने कहा- चीन फिर से जनसंख्या बढ़ाने की नीति अपना रहा है, क्योंकि वहां जनसंख्या कम हो गई है। उन्होंने शिक्षा को जनसंख्या नियंत्रण का सबसे प्रभावी साधन बताया।
फिनलैंड में रोजगार और ऑस्ट्रिया की जनसंख्या पर चर्चा
प्रो. हेलेना हेल ने युवाओं रोजगार और शिक्षा पर जानकारी दी।
फिनलैंड की प्रो. हेलेना हेल ने युवाओं की समस्याओं, रोजगार और शिक्षा के बारे में जानकारी दी। ऑस्ट्रिया की प्रो. नतालिया वाशर ने युवाओं के माइग्रेशन और प्रजनन दर की गिरावट को गंभीर मुद्दा बताया।
वहीं, हैदराबाद विश्वविद्यालय के प्रो. अगिले न्यूमी ने मणिपुर में मानव तस्करी की स्थिति पर चिंता जताई।
हाइपरटेंशन और स्वास्थ्य मुद्दों पर विशेष शोध
प्रो. सारंग पैडगांवकर ने शुगर और हाइपरटेंशन के बढ़ते मामलों पर शोध प्रस्तुत किया। कई देशों के शोध छात्रों ने जनसंख्या, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. विनोद चंद्रा ने तीन दिनों के सेमिनार की रिपोर्ट प्रस्तुत की। समापन समारोह की अध्यक्षता रामबिलास मिश्रा ने की। प्रबंधक जीसी शुक्ला ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।