सिद्धार्थनगर के राप्ती नदी तट स्थित परशुराम वाटिका में मौनी अमावस्या के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय राम राम कुश्ती दंगल का समापन धूमधाम से हुआ। इस शानदार प्रतियोगिता में नेपाल समेत कई राज्यों से आए 52 से अधिक पहलवानों ने अपने दांव-पेच दिखाकर दर्शकों का
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फाइनल मुकाबले में अयोध्या के बाबा लाड़ी पहलवान ने राजस्थान के जग्गा पहलवान को पटखनी देकर ‘राम राम केसरी’ का प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया। विजेता बाबा लाड़ी को 21 हजार रुपए की नकद राशि, गदा और मोमेंटो से सम्मानित किया गया, जबकि उपविजेता जग्गा पहलवान को 5100 रुपए का पुरस्कार मिला। सेमीफाइनल में दो रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। पहले मुकाबले में जग्गा पहलवान ने नेपाल के लक्की थापा को हराया, जबकि दूसरे सेमीफाइनल में बाबा लाड़ी ने सागर यादव को मात दी। इन मुकाबलों ने दंगल में एक नई गर्मी और जोश भर दिया।
प्रतियोगिता में नेपाल समेत कई राज्यों से आए 52 से अधिक पहलवानों ने अपने दांव-पेच दिखाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
दंगल के दौरान शानदार प्रदर्शन कुश्ती में पूरे दो दिन विभिन्न पहलवानों ने एक-दूसरे को चुनौती दी। महिला पहलवानों में गोंडा की शिवांगी पहलवाल ने कानपुर की मुस्कान पहलवान को हराया। वहीं, पुरुषों के मुकाबलों में सर्वेश तिवारी ने दिल्ली के मोनू पहलवान को मात दी।
पुरुषों के मुकाबलों में सर्वेश तिवारी ने दिल्ली के मोनू पहलवान को मात दी।
दंगल आयोजन का उद्देश्य और महत्व कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि भारतीय प्राचीन खेलों में से कुश्ती का महत्व अत्यधिक है। ऐसे आयोजनों से ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों को बढ़ावा मिलता है और युवाओं में शारीरिक एवं मानसिक स्वस्थता का संदेश जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि हर वर्ष मौनी अमावस्या पर इस परंपरा को जीवित रखने के लिए राम राम दंगल का आयोजन किया जाएगा।
राजस्थान के जग्गा पहलवान को पटखनी देकर ‘राम राम केसरी’ का प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया।
साथ में थे कई सम्मानित अतिथि कार्यक्रम में कई सम्मानित अतिथियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की। मंच का संचालन अभिषेक त्रिपाठी युवराज ने किया, जबकि मुख्य रेफरी मंगला पहलवान और सहायक रेफरी कालू पहलवान ने दंगल का संचालन किया। इस दंगल में कुल 52 से अधिक कुश्तियों का आयोजन हुआ, जिनमें 1100 से लेकर 21,000 रुपए तक के पुरस्कार दिए गए। दर्शकों ने इन मुकाबलों का भरपूर आनंद लिया और पहलवानों का उत्साहवर्धन किया।