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बरेली में 5 नवंबर को सरेआम हुई पुष्पेंद्र की हत्या मामले में पुलिस ने रविवार को 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया तो कई चौकाने वाले खुलासे हुए है। हत्याकांड वाले दिन जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल से सभी आरोपी मिले थे और वहीं पर पूरी स्क्रिप्ट तैयार की ग
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एक महीने पहले ही रची गई थी हत्या की साजिश
हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल ने एक महीने पहले ही पुष्पेंद्र को अपने रास्ते से हटाने की तैयारी कर ली थी। जिसके बाद जेल के अंदर पुष्पेंद्र की हत्या की पूरी स्क्रिप्ट तैयार की गई जिसमें सभी को अलग अलग जिम्मेदारी दी गई। किसको क्या काम करना है, कौन कहा कहा मौजूद रहेगा, कौन हत्या के बाद भीड़ के साथ रहेगा। जिसके बाद पहले से तय स्क्रिप्ट के आधार पर पुष्पेंद्र हत्याकांड को अंजाम दिया गया।
बाइक से गांव से बरेली आते वक्त सरेआम हुई थी हत्या
5 नवंबर को शाम 4 बजे पुष्पेंद्र मोटरसाईकिल से अपने गांव खरदाह से बरेली को आ रहे थे। घर से निकलते ही सभी हत्यारे अलर्ट हो गए और मोबाइल पर एक दूसरे से बात करते रहे। जैसे ही पुष्पेंद्र दौलतपुर पेट्रोल पम्प के पास पहुंचा तो बाइक पर सवार तीनों शूटरों ने गोली मारकर पुष्पेंद्र की हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद बाइक सवार शूटर मौके से फरार हो गए। जिसके बाद बाकी आरोपी भीड़ के साथ मौजूद रहे और हालात पर नजर बनाए रहे।
2021 में पुष्पेंद्र ने अपने भाई की हत्या का दर्ज कराया था मुकदमा
सीओ आशुतोष शिवम ने बताया कि थाना भुता पर पंजीकृत पुष्पेन्द्र की हत्या के अभियोग में प्रकाश में आये तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में जानकारी मिली है कि 2021 में पुष्पेंद्र के भाई विनोद की गोली मारकर हत्या की गई थी। उस मामले में पुष्पेंद्र ने पूरनलाल पुत्र हरदयाल, पवन पुत्र रामऔतार, अर्जुन पुत्र हरदयाल निवासीगण ग्राम खरदाह थाना भुता के खिलाफ पूर्व में मुकदमा लिखाया था और अदालत में गवाही भी दी थी। दूसरे मुकदमें में सिपिन उर्फ राजू, संतोष व गौरव के खिलाफ भी पुष्पेंद्र ने गवाही दी थी।
आरोपियों को सता रहा था सजा का डर
हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल, पवन, अर्जुन को और सिपिन उर्फ राजू, संतोष व गौरव को अलग अलग मुकदमों में सजा होने का पूर्ण अंदेशा था। इसलिये एक माह पूर्व पूरनलाल के खरदाह स्थित घर पर पूरनलाल व अर्जुन, सिपिन व विपिन और गौरव तथा देवेन्द्र पुत्र डोरीलाल निवासी मोहम्मदपुर थाना बीसलपुर जिला पीलीभीत और पूर्व प्रधान संतोष पुत्र गोकिल प्रसाद निवासी चंदपुर थाना क्योलड़िया व कस्बा भुता के ब्रजेश उर्फ बिरजू पुत्र लालताप्रसाद, अवधेश पुत्र नत्थूलाल व रविन्द्र पुत्र दयाशंकर निवासी ग्राम परेवा चुर्रा थाना बिलसण्डा जिला पीलीभीत के साथ षडयन्त्र बनाया था।
एक महीने पहले आत्मसमर्पण कर जेल चला गया था हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल
पूर्व के मुकदमे में सजा व गवाही से बचने के लिये अभियुक्तगण गुड्डू उर्फ भीमसेन पुत्र गोकिल प्रसाद, गंगेश पुत्र दामोदरदास, अवधेश पुत्र नत्थूलाल और अन्य अभियुक्तों के साथ मिल कर पुष्पेन्द्र उर्फ पुष्पाल की हत्या का षडयन्त्र कर योजना बनाई गयी थी। षडयन्त्र के बाद थाना भुता के एक मुकदमें में फरार चल रहा हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर जेल चला गया था जो कि वर्तमान में जेल में बंद है।
हत्याकांड वाले दिन भी जेल में मिलने गए थे हत्यारे
पुष्पेंद्र के हत्यारे हत्याकांड वाले दिन सुबह जिला जेल में बंद अभियुक्तगण गंगेश पुत्र दामोदरदास, अवधेश पुत्र नत्थूलाल, रविन्द्र पुत्र दयाशंकर, पूरनलाल व पवन से मिलने गये थे। इन सभी ने कहा कि पुष्पेंद्र को मार दो नहीं तो हम जेल में ही रह जायेगें। वहीं पर अभियुक्तों ने एक माह पूर्व पूरनलाल के घर पर बनी योजना को अन्तिम रूप देकर 5 नवंबर को योजनाबद्ध तरीके से बरेली बीसलपुर राजमार्ग पर नवदिया पेट्रोल पम्प के पास पुष्पेन्द्र की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। वही आरोपी गुड्डू द्वारा असलहा उपलब्ध कराया गया था।