POK पर विजय के लिए अयोध्या में शत्रुंजय महायज्ञ का आयोजन, पंडित कल्किराम ने लिया संकल्प
POK पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ नीतियों को साकार करने के उद्देश्य से अयोध्या में शत्रुंजय महायज्ञ की शुरुआत हो गई है। यह यज्ञ ज्येष्ठ माह के पहले मंगलवार को ब्रह्म मुहूर्त में सरयू के लक्ष्मण घाट स्थित सहस्त्रधारा घाट पर अयोध्या को साक्षी मानकर आयोजित किया गया।
इस दौरान शत्रुंजय महायज्ञ का संकल्प लिया गया, जो परिणाम मिलने तक लगातार चलता रहेगा।
यज्ञाचार्य पंडित कल्किराम ने कहा कि कलयुग के राजा हनुमानजी से प्रधानमंत्री मोदी की मंशा को पूरा करने और भारतीय सेना के शौर्य पराक्रम को अजेय बनाने हेतु किए जा इस महायज्ञ का आयोजन किया गया है जिसका परिणाम सुखद होगा।
रामादल अध्यक्ष पंडित कल्कि राम ने कहा कि POK के अतिक्रमण को मुक्त देखने के लिए आज प्रत्येक भारतीय आतुर है और प्रधानमंत्री मोदी लगातार POK को लेकर अपनी राय स्पष्ट कर चुके हैं। इसलिए इसके पूरा होने में रत्ती भर भी सन्देह नहीं है। जिन्हें आशंका है उन्हें यह बात याद रखनी चाहिए कि श्रीराम जन्मभूमि पर मन्दिर को लेकर भी इसी तरह अपना दृष्टिकोण राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रकट कर चुके थे जिसका परिणाम आज पूरी दुनिया के सामने है।
उन्होंने कहा कि 500 वर्षों का कलंक चुटकी बजाने से भी कम समय में हल करने वाले प्रधानमंत्री के लिए यह 78 साल के नासूर को खत्म करने में समय नहीं लगेगा। पाकिस्तान को चाहिए कि चुपचाप सिर झुकाकर भारत के प्रधानमंत्री की बात माननी चाहिए क्योंकि पूरी दुनिया को पता है कि पाकिस्तान का अस्तित्व भारत की ही देन है।
पंडित कल्किराम ने कहा कि इसलिए अगर सीधी तरह से POK मुक्त करने की बात की जा रही है तो इसको गम्भीरता से लेना चाहिए। यह नया भारत जहां उंगली टेढ़ी करके घी नहीं निकाला जाता बल्कि डिब्बा ही गर्म कर दिया जाता है। पहलगाम में 28 के बदले एक हफ्ते से लाशें ढोने वाले अधर्मी पाकिस्तान के लिए यह सुनहरा अवसर है कि वह POK को खाली कर भारत को सौंप दें।