मुख्तार अंसारी.
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान गवाह को धमकाने के आरोप में माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. आज़मगढ़ पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. दरअसल, आजमगढ़ में सुनवाई के दौरान बांदा जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े मुख्तार ने गवाह की फोटो भेजने को कहा था, जिसके बाद उन पर कानूनी शिकंजा कस गया है.
तीन जुलाई को गवाह विश्वजीत सिंह उर्फ राहुल सिंह की सुनवाई आजमगढ़ कोर्ट में चल रही थी. इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बांदा जेल से जुड़े आरोपी मुख्तार अंसारी ने अपने वकील से पूछा कि आज किसका बयान हो रहा है. इस पर दोपहर करीब एक बजे उनके वकील ने बताया कि चश्मदीद गवाह विश्वजीत सिंह उर्फ राहुल सिंह से जिरह चल रही है. यह सुनकर मुख्तार ने अपने वकील से कहा कि ठीक है, आप उससे जिरह कर लीजिए और उसकी फोटो हमें भेज दीजिए. जब अभियोजन पक्ष ने इस पर आपत्ति जताई तो मुख्तार के वकील ने सफाई दी कि हमारे मुवक्किल ने सबूत की फोटो भेजने को कहा था, गवाह की फोटो नहीं. इस संबंध में विशेष अधिवक्ता राधेश्याम मालवीय ने एसपी आज़मगढ़ से शिकायत की, जिसके बाद मुख्तार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. अधिवक्ता राधेश्याम ने गवाह विश्वजीत को सुरक्षा देने की भी मांग की है.
मजदूर हत्याकांड
आपको बता दें कि साल 2014 में आजमगढ़ के तरवां के ऐराकला गांव में सड़क निर्माण का काम कर रहे बिहार निवासी मजदूर राम इकबाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में मुख्तार समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था. बाद में आरोपियों पर गैंगस्टर भी लगाया गया. विश्वजीत इस मामले में आठवां चश्मदीद गवाह है.
मुख्तार के मददगार जेलर निलंबित
बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को अवैध तरीके से सुविधाएं मुहैया कराने के आरोपी जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा को सरकार ने निलंबित कर दिया है. वीरेंद्र फिलहाल सुल्तानपुर जेल में तैनात हैं। डीआइजी जेल की जांच में वीरेंद्र पर लगे आरोप सही पाए गए हैं।