कानपुर में एक युवक को शातिरों ने प्लॉट दिलाने के नाम पर 43 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया। उसे प्लॉट दिखाया गया। एग्रीमेंट और केडीए में दस्तावेजी कार्रवाई पूरी कराने के नाम पर रुपए ठगे गए। रुपए देने के बाद भी जब पीड़ित को प्लॉट नहीं मिला तो उसने चकेरी
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मौर्यपुरी सरसौल निवासी गुरुवचन सिंह शिक्षा विभाग में कार्यरत है। उनके मुताबिक श्याम नगर स्थित प्रापर्टी डीलर बृजेन्द्र सोनकर और सनी सोनकर से उनकी मुलाकात एक प्लॉट के सिलसिले में हुई थी। इन लोगों ने देहली सुजानपुर श्यामनगर स्थित एमआईजी में एक प्लॉट दिलाने का आश्वासन दिया था।
उस प्लॉट के मालिक सूर्यकांत अग्निहोत्री थे। जिनसे आरोपियों ने मिलवाया भी। डील फाइनल होने से पहले आरोपियों ने प्लाट मालिक से एक एग्रीमेंट साइन कराया और मार्च 2021 में पीड़ित से एग्रीमेंट कराने की बात बोलकर 25 लाख रुपए ले लिए। जो कि खाते में दिए गए थे।
केडीए में कार्रवाई कराने के नाम पर 18 लाख लिए पीड़ित के मुताबिक, कुछ महीनों बीत जाने के बाद जब पीड़ित ने आरोपियों से प्लॉट रजिस्ट्री के लिए कहा तो आरोपियों ने बताया कि प्लॉट केडीए में बन्धक है।
प्रशासनिक खर्चों के नाम पर आरोपियों ने 18 लाख रुपए और ले लिए।पीड़ित के मुताबिक उनके पास स्वर्ण जयंती विहार में एक प्लॉट था। जिसे बेचने के बाद उन्होंने सबसे पहले आरोपियों को रजिस्ट्री की कीमत अदा कर दी। इसके बाद भी आरोपियों ने प्लॉट न दिलाकर टाला मटोली करना शुरू कर दिया।
आरोपियों पर पहले से एफआईआर पीड़ित के मुताबिक, कुछ समय बाद उन्हें जानकारी हुई कि आरोपियों पर पूर्व में जमीन के मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। तो उन्हें शंका हुई।
उन्होंने दस्तावेजों का सत्यापन कराया तो पता चला कि बृजेन्द्र सोनकर ने जिस पार्टी को एमआईजी-26 का मालिक दिखाया था, वह कागजात फर्जी और कूटरचित हैं। तब यह भी पता चला कि आरोपी पूर्व में केडीए के दस्तावेजों में फर्जी जमीन मालिकों को खड़ाकर कई बार हेराफेरी कर चुका है।