जेल अधीक्षक ने बांटी स्मार्ट क्लास किट।
सिद्धार्थनगर जिला कारागार में बंदियों के सुधार और पुनर्वास के लिए स्मार्ट क्लासरूम की शुरुआत की गई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी शैलेश कुमार और जेल अधीक्षक सचिन वर्मा ने पारंपरिक रूप से पर्दा खींचकर स्मार्ट क्लास का उद्घाटन किया।
स्मार्ट क्लासरूम में प्रोजेक्टर, स्मार्ट बोर्ड, कंप्यूटर, वायरलेस कीबोर्ड और माउस जैसी आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं। इस कक्षा में कैदियों को स्कूली शिक्षा के साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। कैदी ओपन यूनिवर्सिटी के माध्यम से उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर सकेंगे।
शुरुआत में 50 कैदियों को उनकी रुचि और शैक्षणिक पृष्ठभूमि के आधार पर विभिन्न कोर्सों में दाखिला दिया गया है। पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा, व्यक्तित्व विकास, कंप्यूटर कौशल, सिलाई, बढ़ईगिरी, योग और ध्यान जैसे विषय शामिल हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी शैलेश कुमार ने कहा कि यह पहल कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी। जेल अधीक्षक सचिन वर्मा के अनुसार, शिक्षा से जुड़े कैदियों में व्यवहारिक बदलाव आता है। वे अधिक अनुशासित होते हैं और अपराध दोहराने की संभावना भी कम हो जाती है।
इस परियोजना को सफल बनाने में शिव नाडार फाउंडेशन के प्रतिनिधि कार्तिकेय पांडेय का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। शिव नाडार फाउंडेशन का द्वारा निरुद्ध कैदियों को शैक्षणिक कीट प्रदान किए गए हैं तथा पाठ्यक्रम पूर्ण कर चुके कैदियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। इस पहल से लाभान्वित हो रहे कैदियों ने भी इसे अपने जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताया।
एक बंदी दुर्गेश मिश्र ने कहा,“मैंने कभी नहीं सोचा था कि जेल में पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। अब मुझे लगता है कि मैं जेल से बाहर निकल कर कुछ अच्छा कर सकता हूँ।” इस अवसर पर जेलर रामसिंह यादव, डिप्टी जेलर मुकेश प्रकाश व अजीत चंद, शिक्षक उत्सव तिवारी एवं सीमा द्विवेदी ,प्रभारी अभिषेक कुमार पाण्डेय सहित अन्य कर्मी मौजूद रहे।