भक्तों ने शिवलिंग पर अक्षत, चंदन, पुष्प, बेलपत्र, दूध, शहद और गंगाजल का अभिषेक किया।
कानपुर से 25 किलोमीटर दूर सरसौल स्थित प्राचीन श्री नन्देश्वर धाम में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया गया। मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने शिव की पूजा-अर्चना की।
भक्तों ने शिवलिंग पर अक्षत, चंदन, पुष्प, बेलपत्र, दूध, शहद और गंगाजल का अभिषेक किया। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना की गई। मंदिर में भगवान शिव के भजनों पर भक्तों ने नृत्य किया। श्रद्धालुओं ने दंडवत कर परिक्रमा भी की।
मंदिर कमेटी ने परिसर को दुल्हन की तरह सजाया। मंदिर में लगे मेले में महिलाओं और बच्चों ने आनंद लिया। देर रात विधि-विधान से पूजा-आरती के बाद शिव-पार्वती विवाह की बारात निकाली गई। हर-हर महादेव के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
श्री नन्देश्वर धाम मंदिर आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहां मनोकामना पूर्ण होने पर लोग पीतल के घंटे चढ़ाते और भंडारे का आयोजन करते हैं। दूर-दराज के जनपदों से भक्त कांवड़ लेकर आते हैं।
मंदिर कमेटी की अध्यक्ष राजेन्द्री यादव ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी शिव-पार्वती विवाह का आयोजन किया गया। मेला करीब एक सप्ताह तक चलेगा। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पीएसी, ट्रैफिक पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्थानीय पुलिस बल तैनात है।