महोबा में शैक्षणिक सत्र 2025-26 से शिक्षा व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। कम छात्र संख्या वाले 50 परिषदीय विद्यालयों को समीपवर्ती स्कूलों में समायोजित कर दिया गया है। इन स्कूलों के खाली भवनों में अब बाल वाटिकाएं चलाई जाएंगी। इनमें 4 से 6 वर्ष के बच्चों को प्री-प्राइमरी शिक्षा दी जाएगी।
जिले में 234 स्कूलों में छात्र संख्या 50 से कम है। चरखारी ब्लॉक में 57, जैतपुर में 55, कबरई में 50 और पनवाड़ी ब्लॉक में 72 ऐसे स्कूल हैं। विभाग ने पहले चरण में 10 से 20 छात्रों वाले स्कूलों का समायोजन किया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल मिश्रा के अनुसार, यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता और संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए उठाया गया है। साथ ही, जिले में 177 शिक्षकों का अंतःजनपदीय स्थानांतरण भी किया गया है। कुछ प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को जूनियर विद्यालयों में सहायक अध्यापक के रूप में तैनात किया गया है।
इस व्यवस्था से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है। छोटे बच्चों को बेहतर प्रारंभिक शिक्षा का माहौल मिल सकेगा। समायोजित स्कूलों के छात्रों को नजदीकी विद्यालयों में शिक्षा की सुविधा मिलेगी।