अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ी है।
जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते जिले की आम जनता को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में हुई बारिश ने जलभराव की समस्या को और बढ़ा दिया है, जिससे डेंगू और स्क्रब टायफस फैलाने वाले मच्छरों और कीड़ों की तादाद में तेजी से
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स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जिले में अब तक 68 मरीजों में डेंगू और 9 मरीजों में स्क्रब टायफस की पुष्टि हो चुकी है। डेंगू के मामलों में तेजी के चलते विभाग ने अलर्ट मोड पर काम शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने जनता को मच्छरों और कीटों से बचाव के उपायों की सलाह दी है।
बीते दिनों हुई बारिश के बाद जिले में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है। इस जलभराव के कारण मादा एडीज इजिप्टी मच्छरों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। हाल ही में शुक्लागंज, चिचिया, मोती नगर और हिलौली से डेंगू के नए मामलों की पुष्टि हुई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।
डेंगू वार्ड में मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
स्क्रब टायफस का बढ़ता खतरा जिला संक्रामक अधिकारी डॉ. अंकिता सिंह ने बताया कि स्क्रब टायफस बीमारी ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी बैक्टीरिया के कारण होती है, जो झाड़ियों में रहने वाले चूहों और कीड़ों में पाया जाता है। इस बैक्टीरिया के संपर्क में आने से व्यक्ति बीमार हो सकता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को फुल आस्तीन के कपड़े पहनने और झाड़ियों से दूर रहने की सलाह दी है।
डेंगू वार्ड में मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
सावधान रहने की जरूरत स्वास्थ्य विभाग ने वेक्टर जनित बीमारियों के प्रति जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है, लेकिन जिले की जल निकासी व्यवस्था में सुधार ना होने के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। अगर जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो स्वास्थ्य संकट और भी गहरा हो सकता है।