संभल में भगवान वाल्मीकि जयंती के अवसर पर वाल्मीकि समाज के लोगों ने नगर पालिका के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। शोभायात्रा के मुख्य मार्ग पर जलभराव होने से समाज में भारी आक्रोश देखने को मिला। थाना रायसत्ती क्षेत्र की वाल्मीकि बस्ती भद्दे सराय में सैकड़ों लोगों ने ‘नगर पालिका सम्भल हाय-हाय’ और ‘ईओ सम्भल हाय-हाय’ के नारे लगाए।
अमरजीत सिंह ने बताया कि वे पिछले कई महीनों से जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी और अधिशासी अधिकारी को मार्ग की खराब स्थिति और जलभराव की समस्या से अवगत करा रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजा था, लेकिन इसके बावजूद सड़क की मरम्मत या जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई।
रचित वाल्मीकि ने कहा कि हर साल भगवान वाल्मीकि जयंती पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है, लेकिन इस वर्ष जलभराव के कारण समाज के लोगों को खुद सफाई और जल निकासी करनी पड़ रही है, क्योंकि नगर पालिका ने कोई कार्रवाई नहीं की।
हरी सेवक वाल्मीकि ने बताया कि शोभायात्रा हर साल किशनलाल की खांची से नगर पालिका तक निकाली जाती है, लेकिन इस बार पूरा इलाका पानी में डूबा हुआ है, जिससे यात्रा निकालना असंभव हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी कॉल करने पर फोन तक नहीं उठा रहे हैं।
शिवा वाल्मीकि और आकाश ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब समाज की समस्याओं को नजरअंदाज किया गया हो। नवरात्रों के दौरान भी ऐसी ही स्थिति रही और बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। समाज की मांग है कि जब तक जल निकासी और सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं होती, तब तक शोभायात्रा नहीं निकाली जाएगी।
नगर पालिका के प्रति आक्रोशित समाज के लोगों ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की। मौके पर पहुंचे नगर पालिका के जेई को भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा और ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए गए।