गाजियाबाद में साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें 52 वर्षीय अर्चना कौल का मोबाइल नंबर अचानक बंद हो गया। इसके बाद एक व्यक्ति ने खुद को टेलीकॉम कंपनी का कर्मचारी बताते हुए 5जी नेटवर्क अपग्रेड का झांसा दिया।
महिला के फोन पर OTP और ई-सिम एक्टिवेशन के मैसेज आने लगे, और ठग धीरे-धीरे उनका नंबर अपने नियंत्रण में ले रहे थे। 30 अगस्त से 1 सितंबर तक महिला कंपनी के दफ्तर जाती रहीं, लेकिन नए सिम कार्ड काम नहीं आए। स्टाफ ने बताया कि उनका नंबर पहले से कहीं और एक्टिव है।
इस दौरान ठगों ने महिला के बैंक खातों से लगातार पैसे निकालना शुरू कर दिया। रकम को अलग-अलग खातों और UPI आईडी में ट्रांसफर किया गया। तीन दिनों में कुल 18 लाख रुपए गायब हो गए।
2 सितंबर को बैंक जाकर महिला को इस धोखाधड़ी का पता चला, क्योंकि उनका मोबाइल नंबर ठगों के पास था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।