आगरा के ऐतिहासिक किले में आधुनिक तकनीक से तैयार किया गया लाइट एंड साउंड शो लोगों को खास आकर्षित नहीं कर पा रहा है। पहले दिन जहां शो के दौरान अधिकांश सीटें खाली नजर आईं, वहीं दूसरे दिन सिर्फ 28 लोग ही इसे देखने पहुंचे।
इस शो में देश के इतिहास की झलक देने की कोशिश की गई है, जिसमें मराठा और मुगल काल की कहानियों को प्रोजेक्शन मैपिंग के ज़रिए पेश किया गया है। यह शो करीब 8 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है, जिसे विश्व बैंक की सहायता से ‘प्रो-पुअर टूरिज्म डेवलपमेंट स्कीम’ के तहत विकसित किया गया।
क्या दिखता है शो में?
शो की स्क्रिप्ट में आगरा के इतिहास को विस्तार से दिखाया गया है — अग्रवन की प्राचीनता से लेकर चौहान काल के बादलगढ़ किले, मुगल बादशाहों की दास्तान, शिवाजी महाराज की बहादुरी, गुरु गोविंद सिंह की वीरता, 1857 की क्रांति और ब्रिटिश शासन की महत्वपूर्ण घटनाएं भी शामिल हैं। हिंदी संस्करण में हरीश भिमानी की आवाज़ है और अंग्रेज़ी में कबीर बेदी की।
टेक्नोलॉजी और कहानी के बावजूद दर्शक नहीं जुट रहे
भले ही शो को हाईटेक अंदाज़ में तैयार किया गया हो, लेकिन फिलहाल लोगों की भागीदारी उम्मीद के मुताबिक नहीं दिख रही। आयोजनकर्ता अब सोच में हैं कि आखिर दर्शकों को जोड़ने के लिए और क्या कदम उठाए जाएं।