लखनऊ में होली के त्योहार पर उत्तर प्रदेश में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार होने की उम्मीद है। लेकिन हर साल की तरह इस बार भी टैक्स माफिया सक्रिय हो गए हैं, जो बिना टैक्स चुकाए माल की सप्लाई कर सरकार को करोड़ों का चूना लगाने की फिराक में हैं।
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इसे रोकने के लिए राज्य जीएसटी विभाग ने कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और हाईवे पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है ताकि टैक्स चोरी करने वालों पर लगाम लगाई जा सके।
रेलवे स्टेशन और बसों पर खास नजर
हर साल टैक्स माफिया दिल्ली और अन्य राज्यों से माल मंगाने के लिए रेलवे की बोगी बुक करवाकर होली से पहले बड़े पैमाने पर आपूर्ति करते हैं। इसके बाद स्टेशन से छोटी गाड़ियों में माल को गुपचुप तरीके से गोदामों में पहुंचा दिया जाता है। इसी को देखते हुए रेलवे पार्सल घरों और यात्री बसों की कड़ी निगरानी की जा रही है।
लखनऊ समेत कई शहरों में टीमें तैनात
लखनऊ में एडीशनल कमिश्नर ग्रेड-2 अमरेश त्रिपाठी और संजय मिश्र इस पूरे अभियान की समीक्षा कर रहे हैं। वहीं, आगरा, मथुरा, अयोध्या, गोरखपुर, कानपुर, वाराणसी, नोएडा और गाजियाबाद में भी विशेष टीमें बनाई गई हैं। प्रमुख सचिव एम. देवराज के निर्देश पर परचून की गाड़ियों, मिठाई की दुकानों और होली के गिफ्ट आइटम्स की डिलीवरी पर पैनी नजर रखी जा रही है।
50 करोड़ की गुझिया–नमकीन, बिना ई–वे बिल पकड़ा तो होगी कार्रवाई
लखनऊ में अकेले 50 करोड़ रुपये की गुझिया, नमकीन और गिफ्ट आइटम्स की बिक्री होनी है। अगर इनका कच्चा माल बिना ई-वे बिल के दुकानों तक पहुंच गया, तो जीएसटी का पैसा सरकार तक नहीं पहुंचेगा और टैक्स चोरी होगी।
पिछले दिनों पांच बसों से पकड़ा गया चोरी का माल
हाल ही में लखनऊ में पांच यात्री बसों में भारी मात्रा में टैक्स चोरी का सामान पकड़ा गया था। इसके बाद से ही यात्री बसों पर भी विशेष नजर रखी जा रही है। रेलवे पार्सल से माल छुड़वाने वाले ठेकेदार भी जांच के दायरे में हैं।