दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए हापुड़ के 8,128 बीएस-4 डीजल इंजन वाले व्यावसायिक वाहनों के प्रवेश पर 1 नवंबर से रोक लगा दी गई है। दिल्ली सरकार के इस निर्णय के बाद परिवहन विभाग ने प्रभावित वाहनों को चिह्नित कर लिया है, जिनमें यात्री बसें भी शामिल हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, हापुड़ जिले में कुल 65,178 बीएस-4 श्रेणी के वाहन पंजीकृत हैं, जिनमें 57,050 निजी और 8,128 व्यावसायिक डीजल वाहन शामिल हैं। हापुड़ से रोजाना लगभग 25 बसें दिल्ली के लिए चलती हैं, जिनके संचालन पर अब रोक लग जाएगी।
आवाजाही और व्यापार पर असर:
इस प्रतिबंध के चलते दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों को असुविधा झेलनी पड़ेगी। साथ ही, हापुड़ से दिल्ली तक माल परिवहन प्रभावित होने से व्यापारिक गतिविधियों और उद्योगों पर भी असर पड़ेगा। वाहन संचालक किराए बढ़ा सकते हैं, जिससे यात्रियों को अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ सकता है।
निजी वाहनों पर भी हो सकता है असर:
सरकार बीएस-4 निजी वाहनों के संचालन पर भी रोक लगाने पर विचार कर रही है। यदि यह निर्णय लागू होता है, तो जिले के 57,050 निजी वाहन भी प्रभावित होंगे।
प्रशासन की सख्त चेतावनी:
एआरटीओ प्रशासन छवि सिंह चौहान ने बताया कि जिले के सभी 8,128 व्यवसायिक वाहन संचालकों को दिल्ली सरकार के आदेशों का सख्ती से पालन करना होगा। यह कदम वायु गुणवत्ता में सुधार और प्रदूषण स्तर घटाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
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