लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में तैनात चार डॉक्टरों के साथ निवेश के नाम पर बड़ी धोखाधड़ी हुई। जालसाजों ने धीरे-धीरे डॉक्टरों से लगभग 30 लाख रुपये की ठगी की। जब डॉक्टरों को इस धोखाधड़ी का अहसास हुआ, तो उन्होंने पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी) से शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत करने वाले डॉक्टरों में डॉ. मोहम्मद आमिर हुसैन, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. मो. फिरोज़ खान और डॉ. आशीष कुमार शामिल हैं। ये सभी KGMU के विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं। आरोप है कि एनाटॉमी विभाग के सीनियर रेसिडेंट डॉ. अजय कुमार वर्मा, उनकी पत्नी डॉ. साक्षी वर्मा (जूनियर रेसिडेंट, फिजियोलॉजी विभाग) और गौरव सिंह, जो खुद को “Green by Veda” कंपनी का मालिक बताता है, ने मिलकर यह धोखाधड़ी की।
निवेशकों को दिखाईं गई झूठी सफलता की कहानियाँ
डॉ. आमिर हुसैन ने बताया कि शुरुआत में उनकी मुलाकात साक्षी वर्मा से हुई, जिन्होंने उन्हें अपने पति से मिलवाया। इसके बाद उन्होंने ‘Green by Veda’ कंपनी का जिक्र किया और दस्तावेज, प्रॉफिट डिटेल्स और कथित निवेशकों की सफल कहानियाँ दिखाईं। डॉक्टरों को अच्छा मुनाफा मिलने का लालच देकर निवेश के लिए प्रेरित किया गया। आमिर ने कुल 7 लाख रुपए का निवेश किया, जिसमें से 2.5 लाख रुपए क्रेडिट कार्ड से और 4.5 लाख रुपए डॉ. अजय वर्मा के निजी खाते में दिए गए। इसके बाद उन्हें होटल में बुलाकर कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी करवाए गए।
दबाव और धमकियाँ
डॉ. आशुतोष सिंह से 6.06 लाख रुपए, डॉ. मो. फिरोज़ खान से 7 लाख रुपए और डॉ. आशीष कुमार से 3 लाख रुपए की ठगी की गई। डॉक्टरों पर दबाव डाला गया कि अगर वे अन्य लोगों को भी कंपनी से जोड़ेंगे तभी उन्हें कमीशन और मुनाफा मिलेगा।
कुछ डॉक्टरों ने दूसरों को जोड़ने से इनकार किया, तो उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने और करियर बर्बाद करने की धमकी दी गई। डॉ. मो. फिरोज़ खान ने बताया कि उनके नाम से क्रेडिट कार्ड और लोन बनवाए गए और उनके परिवार के आधार और पैन कार्ड की फोटोकॉपी भी ली गई, जो बाद में दुरुपयोग हुई।
आरोपी का पलटवार
शिकायत के बाद आरोपी डॉ. अजय वर्मा ने डॉ. आमिर के खिलाफ अमेठी साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई, जिससे डॉ. आमिर का बैंक खाता फ्रीज़ हो गया और वे आर्थिक संकट में आ गए।
अन्य शिकार
शिकायत में यह भी कहा गया कि चारों डॉक्टरों के अलावा डॉ. ज्ञानेश्वर त्रिपाठी, डॉ. अनुपमा वर्मा और राघवेंद्र सिंह भी इस जालसाजी का शिकार हुए हैं। सभी से अलग-अलग राशि लेकर फर्जी पोर्टल, नकली अकाउंट और बनावटी ईमेल आईडी के माध्यम से ठगी की गई।
डॉक्टरों की मांग
डॉक्टरों का कहना है कि ‘Green by Veda’ एक फर्जी कंपनी है, जो मेडिकल संस्थानों के युवाओं को निशाना बनाकर उनकी आर्थिक और मानसिक स्थिति को प्रभावित कर रही है। सभी ने पुलिस से मांग की है कि इस फ्रॉड में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और कंपनी की गतिविधियों की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए।