आईआईटी-बीएचयू में छात्रों के कैंपस प्लेसमेंट का सिलसिला काफी धीमा हो गया है। अब तो संस्थान ने आंकड़े जारी करना भी बंद कर दिया है। आठ दिनों में प्लेसमेंट के ऑफर्स का आंकड़ा 1000 को पार नहीं कर सका है। सूत्रों के मुताबिक अधिकतम पैकेज भी अब 1.65 करोड़ र
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कैंपस प्लेसमेंट में शामिल होने पहुंचे 1400 स्टूडेंट्स।
960 छात्रों में मिला कैंपस प्लेसमेंट
प्रो. श्रीवास्तव ने बताया, बीटेक-एमटेक और पीएचडी के 1506 छात्र और छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था। लेकिन पीएचडी के छात्र अपनी उच्च शिक्षा को जारी रखना चाहते हैं, इसलिए उनको इस गिनती में नहीं मानते। वे थीसिस कराकर ही नौकरी करना चाहते हैं। ऐसे में बीटेक, एमटेक और आईडीडी को मिलाकर कुल 1400 छात्रों का रजिस्ट्रेशन है और अब तक 960 से ज्यादा छात्रों का कैंपस प्लेसमेंट हो गया है।
हाई फ्रिक्वेंसी ट्रेडिंग और डाटा एनालिटिक्स कंपनियों ने लगाया ड्राइव
प्रो. श्रीवास्तव ने बताया कि स्टार्टअप कंपनियों ने बड़े स्तर नौकरियां दिलाईं। उन्हें अच्छे-अच्छे प्रोजेक्ट मिल रहे हैं। जिससे आईआईटी के छात्रों को सेलेक्शन किया जा रहा है। इस बार सॉफ्टवेयर, हाई फ्रिक्वेंसी ट्रेडिंग और डाटा एनालिटिक्स कंपनियों का रूझान कुछ ज्यादा दिख रहा है। उनके द्वारा दिया गया पैकेज भी हाई है। बच्चों का भी झुकाव ज्यादा है। पिछले साल के रिकॉर्ड को ब्रेक करेंगे।
पहले चरण में 960 स्टूडेंट्स को मिली सफलता।
अब 30 अप्रैल तक चलेगा द्वितीय चरण का प्लेसमेंट
प्रो. श्रीवास्तव ने बताया जनवरी के प्रथम सप्ताह से प्लेसमेंट का द्वितीय चरण आरंभ होगा जो 30 अप्रैल, 2025 तक चलेगा, जिसमें पब्लिक एवं प्राइवेट दोनों सेक्टर की कंपनियां भाग लेंगी। संस्थान की तरफ से ग्रेजुएट आउटकम का आंकड़ा 30 मई 2025 तक जारी किया जाएगा, जिसके तहत संस्थान की तरफ से जॉब उपलब्धता एवं जॉब हासिल का पूर्ण विवरण प्रस्तुत किया जाता है।
प्लेसमेंट के लिए आ रहीं ये कंपनियां
प्रो. सुशांत श्रीवास्तव ने बताया कि प्लेसमेंट में 300 कंपनियां पहुंची है इसमें गूगल, स्कावयरप्वाइंट, फ्लिपकार्ट, जोमैटो, इंटेल, कॉमनवेल्थ बैंक, माइक्रोसॉफ्ट, हार्नेस, एक्यूआर कैपिटल, अल्फोन्सो, ओला, औरैकल, न्यूटैनिक्स, टेक्सस इंस्ट्रूमेंट्स, एनविडिया, मैकिन्से, थॉटस्पॉट, डी ई शॉ, केपीएमजी, बजाज शामिल रही।
2018 की तुलना में 31% हुआ इजाफा।
लागू रहा ‘वन स्टूडेंट वन जॉब’ की पॉलिसी
उन्होंने बताया कि हर छात्र को टेस्ट और इंटरव्यू देना होता है। हर बार की तरह इस बार भी ‘वन स्टूडेंट वन जॉब’ की पॉलिसी पर प्लेसमेंट किया गया है। इसके तहत यदि छात्र किसी एक कंपनी में सेलेक्ट होता है और उसने ऑफर स्वीकार कर लिया है तो फिर दूसरी कंपनी में जॉब के लिए इंटरव्यू नहीं दे सकता।
31 फीसदी तक हुआ है इजाफा
सेल के आंकड़ों की मानें तो 2018-19 में कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव के दौरान कुल नियुक्तियां 837 थीं। 2019-20 में यह 898 हो गई। 2020- 21 के सत्र में ये घटकर 780 पहुंच गईं। इसके पीछे कोविड के बाद आई वैश्विक मंदी और अन्य समस्याएं रहीं। हालांकि इसके बाद यह आंकड़ा बेहतर होता गया। 21-22 में 1078 और 22-23 के सत्र यानी पिछले वर्ष 1094 छात्रों ने विभिन्न कंपनियों के ऑफर पर जॉब ज्वाइन की। 2023-24 में 1350 में से 960 छात्र और छात्राओं को नौकरी दी जा चुकी है। तुलना करें तो 2018-19 के सत्र से पिछले सत्र तक नियुक्तियां 31 फीसदी तक बढ़ी हैं।