भारतीय किसान यूनियन (मंच) ने शाहपुर गोवर्धनपुर, सेक्टर 128 में अपनी मासिक बैठक आयोजित की, जिसमें किसानों की समस्याओं और नोएडा प्राधिकरण के रवैये को लेकर गहन चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल त्यागी ने की। उन्होंने घोषणा की कि 29 अक्टूबर से नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर के पदाधिकारी इस आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाएं और किसानों के हक की लड़ाई को मजबूत करें।
विमल त्यागी ने कहा कि नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठकों में अब किसानों की समस्याओं को लेकर कोई एजेंडा शामिल नहीं किया जा रहा है। इसका उदाहरण 3 अक्टूबर को हुई हालिया बोर्ड बैठक है, जिसमें किसानों की समस्याओं से जुड़ा एक भी मुद्दा नहीं उठाया गया। इससे साफ होता है कि किसानों के मुद्दों को जानबूझकर नज़रअंदाज़ किया जा रहा है। इस रवैये से किसानों में गहरा रोष है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधीर चौहान ने कहा कि किसानों के भविष्य की जिम्मेदारी संगठन के सभी पदाधिकारियों के कंधों पर है। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी किसानों के साथ अन्याय या शोषण हो रहा है, उसके खिलाफ निर्भीक होकर आवाज उठाई जाएगी। उन्होंने सभी पदाधिकारियों से 29 अक्टूबर को बड़ी संख्या में नोएडा प्राधिकरण पहुंचने और किसानों की समस्याओं को मजबूती से उठाने की अपील की।
राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक चौहान ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन (मंच) का यह आंदोलन अब सिर्फ धरना नहीं रहेगा, बल्कि एक व्यापक जन आंदोलन का रूप लेगा। इसके लिए गांव-गांव में टीम बनाकर जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। किसानों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा और आंदोलन में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 81 गांवों के किसान अब एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करेंगे। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक किसानों की मांगों का समाधान नहीं हो जाता। किसान अब पीछे हटने वाले नहीं हैं और अपने हक की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेंगे।
बैठक में जिलेभर से बड़ी संख्या में किसान और संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक के अंत में सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि 29 अक्टूबर से शुरू होने वाला यह अनिश्चितकालीन आंदोलन किसानों की एकता और अधिकारों की लड़ाई का प्रतीक बनेगा।