पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद हाईकोर्ट की बेंच स्थापित करने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है। इसी क्रम में केंद्रीय संघर्ष समिति पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आह्वान पर बुधवार को बुलंदशहर में पूर्ण बंद रखा गया।
बंद को सफल बनाने के लिए जिला बार एसोसिएशन ने व्यापारिक, औद्योगिक और किसान संगठनों से समर्थन मांगा, जिसे इन संगठनों ने एकजुट होकर स्वीकार किया। विभिन्न संगठनों के सहयोग से शहर में बंद का व्यापक असर देखने को मिला।
जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमन कुमार सिंह राघव और महासचिव अमित चौहान ने बताया कि पश्चिमी यूपी में लंबे समय से हाईकोर्ट बेंच की मांग की जा रही है। उनका कहना है कि यदि बेंच की स्थापना होती है तो क्षेत्र के 22 जिलों के लाखों लोगों को न्याय के लिए प्रयागराज नहीं जाना पड़ेगा, जिससे उन्हें सस्ता, सुलभ और शीघ्र न्याय मिल सकेगा।
इस आंदोलन को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बुलंदशहर इकाई का भी समर्थन मिला है। आईएमए अध्यक्ष डॉ. एस.के. गोयल ने बताया कि संगठन अधिवक्ताओं की इस मांग के साथ खड़ा है।
उन्होंने कहा कि मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए क्लीनिक, नर्सिंग होम और अस्पताल पूरी तरह बंद नहीं किए गए हैं। विरोध दर्ज कराने के लिए चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर कार्य करने का निर्णय लिया है, जबकि कुछ डॉक्टरों ने स्वेच्छा से अपने क्लीनिक और अस्पताल बंद रखे हैं।
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