उन्नाव जिले के बांगरमऊ क्षेत्र में बाढ़ पीड़ितों के लिए राशन वितरण में बड़ी अनियमितताएं सामने आई हैं। एक निजी कर्मचारी राहत सूची में नाम जोड़ने के लिए लोगों से 200 रुपये की मांग कर रहा है।
भिखारीपुर पतसिया के मजरा कुंशी के निवासी रामौतार ने बताया कि केवल उन्हीं लोगों के नाम राशन वितरण सूची में डाले जा रहे हैं, जिन्होंने पैसे दिए हैं। गांव की रहने वाली अनीता ने इस मामले में हेल्पलाइन 1076 पर शिकायत दर्ज कराई। उपजिलाधिकारी से फोन पर बात की गई, लेकिन अब तक प्रभावितों को राहत सामग्री नहीं मिली।
कई ग्रामीणों ने भी राशन वितरण में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उनका कहना है कि क्षेत्रीय कर्मचारी की मिलीभगत से केवल कागजी कार्यवाही की जा रही है, जिससे वास्तविक बाढ़ पीड़ित सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे।
रामौतार, अनीता, दीनदयाल, महादेई, कांती और सुशीला ने बताया कि नाम सूची में जोड़ने के लिए उनसे 200 रुपये मांगे गए। पैसे देने वालों के नाम सूची में शामिल कर राहत सामग्री दी गई, जबकि पैसे न देने वालों को कोई लाभ नहीं मिला। कई ऐसे परिवार हैं जिन्हें बाढ़ से नुकसान हुआ है, लेकिन पैसे न देने के कारण उन्हें राहत सामग्री तक नहीं मिल सकी।
ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद अभी तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसडीएम और अधिकारियों को फोन पर जानकारी दी गई, लेकिन राहत वितरण में सुधार नहीं हुआ। इस मामले पर एडीएम वित्त राजस्व सुशील कुमार गोंड ने कहा कि मामला संज्ञान में लाया जाएगा, जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।