महोबा में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में फर्जीवाड़े की जांच के लिए इफ्को-टोकियो जनरल इंश्योरेंस कंपनी की दो सदस्यीय टीम बुधवार की देर शाम लखनऊ से पहुंची। एरिया मैनेजर शैलेंद्र शुक्ला के नेतृत्व में टीम ने कृषि उपनिदेशक कार्यालय में रात में दो घंटे तक दस्तावेजों का मिलान किया।
मामला तब सामने आया जब कृषि अधिकारी ने बीमा कंपनी के जिला प्रबंधक निखिल चतुर्वेदी और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। आरोप है कि फसल बीमा योजना में किसानों की जमीन पर दूसरों को लाभ दिया गया। साथ ही सरकारी जमीन, नदी, तालाब और पहाड़ को खेत दिखाकर फर्जी दस्तावेजों से बीमा हुआ।
जांच टीम ने किसानों के नाम, खेतों के दस्तावेज और बीमा रिकॉर्ड की जांच की। टीम ने मीडिया से दूरी बनाए रखी। पुलिस ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है। कृषि विभाग दस्तावेजों की जांच कर रहा है।
अधिकारियों के अनुसार जांच में मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। यह मामला जिले में किसानों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। फर्जीवाड़े से किसानों का भरोसा टूटा है। अब सभी की नजरें जांच के नतीजों पर टिकी हैं।