गोरखपुर के डीएम ऑफिस में मुलाकाती पर्ची का सिस्टम लागू किया गया है। इससे समस्याओं के निराकरण की ट्रैकिंग आसान होगी।
अब डीएम से मिलने के लिए लोगों को मुलाकाती पर्ची लेनी होगी। यह पर्ची समस्या के समाधान और उसकी स्थिति की निगरानी में मदद करेगी। इसी से पता चलेगा कि कोई व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर कब से दौड़-भाग कर रहा है। जितनी बार शिकायत दर्ज कराई जाएगी, उतनी बार नई पर्ची बनवानी होगी और पुरानी पर्चियां भी साथ लानी होंगी। इससे संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
मुलाकाती पर्ची का काउंटर डीएम ऑफिस के भीतर बनाया गया है। हर पर्ची पर नाम, पता और एक नंबर अंकित होगा। रजिस्टर में पूरी डिटेल दर्ज करने के बाद फरियादी को डीएम के पास भेजा जाएगा। पर्ची के पीछे सरकारी योजनाओं और अभियानों की जानकारी भी दी जाएगी।
यह पर्ची आईजीआरएस सिस्टम से जुड़ी होगी, जिससे ऑनलाइन शिकायत की स्थिति आसानी से ट्रैक की जा सकेगी। अगर कोई समस्या लंबे समय तक हल नहीं हुई तो संबंधित अधिकारी से जवाब-तलब किया जाएगा। वहीं, यदि समस्या का समाधान उस स्तर पर संभव नहीं होगा तो फरियादी को आगे का रास्ता बताया जाएगा।
डीएम दीपक मीणा ने बताया कि गांव से आने वाले कई लोग मोबाइल पर मैसेज नहीं देख पाते, ऐसे में हार्ड कॉपी वाली पर्ची से उन्हें अपनी समस्या की स्थिति जानने में आसानी होगी। इसके अलावा, बार-बार आ रहे फरियादियों की समस्या का भी रिकॉर्ड रखा जा सकेगा और जवाबदेही तय होगी।