ग्रामीणों ने बिल्ली के बच्चों को बाघ का शावक समझ लिया।
सीतापुर में थाना इमलिया सुल्तानपुर के अटरिया कीरतपुर में एक अजीब घटना सामने आई। गन्ने की कटाई के दौरान दो जंगली बिल्ली के बच्चे मिले। ग्रामीणों ने इन्हें बाघ का शावक समझ लिया।
किसान निर्दोष यादव के खेत में गन्ना छीलने के दौरान ये बच्चे दिखाई दिए। मौजूद लोगों ने इन्हें पकड़ लिया। बच्चों का रंग-रूप बाघ जैसा होने के कारण ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी।
वन दारोगा गुरुनरायन यादव मौके पर पहुंचे और बच्चों को देखकर उन्हें वापस गन्ने के खेत में छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि बच्चों की फोटो उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। इससे उनकी प्रजाति की पुष्टि होगी।
वन कर्मियों को किया तैनात ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले इलाके में बाघ के पग चिन्ह मिले थे। रोजहा, ढोलई और फरर्कपुर में भी बाघ देखा गया है। अटरिया गांव इन्हीं गांवों के पास है। हालांकि, वन रेंजर हरगांव बीनू पाल ने स्पष्ट किया कि ये बच्चे सामान्य बिल्ली प्रजाति के हैं। उन्होंने बताया कि अटरिया के आसपास बाघ की कोई गतिविधि नहीं देखी गई है। सुरक्षा के लिए दो वन कर्मियों को मौके पर तैनात किया गया है।