बता दें कि झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन से नई दिल्ली के बीच चलने वाली ताज एक्सप्रेस श्रमिक वर्ग के लिए सबसे मुफीद ट्रेन है। दोपहर में झांसी से चलकर ये ट्रेन रात को नई दिल्ली पहुंचा देती है। साथ ही इसके स्टॉपेज भी अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों के मुकाबले ज्यादा हैं। ऐसे में यात्रियों को ट्रेन में सवार होने के लिए कई स्टेशन का विकल्प मिल जाता है। लेकिन इन दिनों ताज एक्सप्रेस में बेतहाशा भीड़ होने के चलते इस ट्रेन के आरक्षित कोच भी जनरल की तरह दिखाई दे रहे हैं। ताज एक्सप्रेस के झांसी से बनकर चलने के कारण लगभग पूरे बुंदेलखंड के यात्री इसमें सवार होने के लिए झांसी स्टेशन पहुंचते हैं। ऐसे में झांसी के बाद आने वाले स्टेशनों से ट्रेन में सवार होने वाले यात्रियों को अब सीट न मिल पाने का डर सताने लगा है। ऐसे में वह 30 से 50 किलोमीटर तक का सफर कर उल्टे दतिया और डबरा से दिल्ली जाने के लिए झांसी आ रहे हैं। यहां सीट खाली मिल जाने के चलते वह यहीं से सीट घेर लेने आ रहे हैं। इसके बाद दतिया और डबरा स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे उनके साथी आसानी से सीट पा ले रहे हैं। इसको लेकर रेलवे के पास हर दिन शिकायतें भी आ रही हैं।