प्रयागराज के नैनी स्थित चाका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आवारा कुत्तों और बंदरों के काटने के मामले बढ़ रहे हैं। सीएचसी में प्रतिदिन 50 से अधिक मरीज रैबीज का टीका लगवाने पहुंच रहे हैं। मार्च माह में 494 मरीजों को रैबीज का टीका लगाया गया।
चाका सीएचसी के अधीक्षक डॉक्टर अंकित राजा के अनुसार अप्रैल की शुरुआत से ही इस तरह के मामलों में वृद्धि होती है। सबसे अधिक शिकार बच्चे बन रहे हैं। सुबह से शाम तक मरीजों की संख्या 50 से बढ़कर 60 तक पहुंच जाती है।
सीएमएस स्टोर से प्रति माह 1200 से 1300 वायल प्राप्त होते हैं। एक वायल में पांच मरीजों को टीका लगाया जाता है। टीकाकरण से पूर्व मरीज से जानवर की प्रजाति और काटने का समय पूछा जाता है। कुत्ते, बंदर, बिल्ली, भेड़िया, नेवले के काटने पर 48 घंटे के अंदर टीका लगवाना आवश्यक है।
टीकाकरण की समय-सारिणी के अनुसार पहला टीका तुरंत, दूसरा 3 दिन पर, तीसरा 7 दिन पर और चौथा 28 दिन पर लगाया जाता है। गंभीर घाव की स्थिति में मरीजों को इम्यूनो ग्लोबिन के लिए बेली अस्पताल रेफर किया जाता है। बढ़ती मांग को देखते हुए सीएमओ प्रयागराज से अधिक वायल की मांग की गई है।