उन्नाव में दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाईदूज के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा विभाग ने विशेष अभियान चलाया। जिलेभर में मिठाई और खाद्य पदार्थों की दुकानों पर छापेमारी कर जांच की गई। अभियान में गुणवत्ता पर खरे न उतरने वाली करीब 139 किलो संदिग्ध मिठाई नष्ट की गई, जिसकी अनुमानित कीमत ₹21,170 बताई गई।
सहायक आयुक्त (खाद्य) प्रियंका सिंह और मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी शैलेश दीक्षित के नेतृत्व में टीम ने कोतवाली पुरवा क्षेत्र में कार्रवाई की। एक वाहन से बड़ी मात्रा में इमरती, लच्छा बर्फी, डोडा बर्फी, ग्लूकोज और मिल्क चॉक के नमूने लिए गए। जांच में मिठाई की गुणवत्ता और स्वच्छता में गंभीर खामियां पाई गईं, जिसके बाद सभी संदिग्ध मिठाइयों को मौके पर नष्ट कर दिया गया।
बांगरमऊ क्षेत्र में मां लक्ष्मी स्वीट्स की दुकान पर भी छापेमारी की गई, जहां लड्डू और खोया के नमूने जांच के लिए लिए गए। आदर्श नगर निवासी सुरेंद्र कुमार राठौर के ठेले पर आलू चाट का नमूना लिया गया। जांच में पाया गया कि वे बिना लाइसेंस के खाद्य कारोबार चला रहे थे, जिस पर विभाग ने चेतावनी जारी की और आगे कार्रवाई का संकेत दिया।
अभियान के दौरान खाद्य सुरक्षा टीम ने कुल 9 खाद्य नमूने विभिन्न स्थानों से एकत्र किए, जिन्हें राजकीय प्रयोगशाला भेजा गया। रिपोर्ट आने के बाद संबंधित कारोबारियों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सहायक आयुक्त प्रियंका सिंह ने बताया कि त्योहारों पर मिलावटी मिठाई और खाद्य पदार्थों की बिक्री बढ़ जाती है। उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार निरीक्षण किए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे प्रमाणित दुकानों से ही मिठाई खरीदें और किसी भी संदेह की स्थिति में विभाग को तुरंत सूचित करें।