फिरोजाबाद के नगला सिंघी क्षेत्र में खनन माफिया की मनमानी चरम पर है। रात के अंधेरे में अवैध खनन का खेल जारी है, जहां बिना किसी अनुमति के डंपरों से मिट्टी की निकासी की जा रही है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत से यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है।
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हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां नरेश कुमार को सरकारी कार्य के लिए मात्र 4,000 घनमीटर मिट्टी खोदने की अनुमति दी गई थी, लेकिन उन्होंने इस परमिशन का दुरुपयोग करते हुए 40,000 घनमीटर से अधिक मिट्टी का खनन कर डाला। यहां तक कि किसानों के खेतों की मिट्टी भी नहीं बख्शी गई। शिकायत के बाद उनकी अनुमति रद्द कर दी गई और प्राथमिकी दर्ज की गई।
धीरपुरा, लतीफपुर, त्रिलोकपुर, टीकरी और रुधऊ मुस्तकिल में अवैध खनन जारी है। त्रिलोकपुर उलाऊ की परमिशन का दुरुपयोग कर लतीफपुर में भी मिट्टी की खुदाई की जा रही है। माफिया रात के अंधेरे में डंपरों से मिट्टी को टूंडला में प्राइवेट तौर पर बेच रहे हैं।
वर्तमान में शिशुपाल और रामकुमार शुक्ला के नाम से मिट्टी खोदने की परमिशन है। खनन अधिकारी मफतलाल के अनुसार, रामकुमार शुक्ला ने खुदाई बंद कर दी है, जबकि शिशुपाल की परमिशन की जांच चल रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि थाना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से बार-बार शिकायत के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
अधिकारियों की संलिप्तता से नहीं इंकार
अवैध खनन के इस कार्य में अधिकारियों और पुलिस की संलिप्तता की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। रात के अंधेरे में जहां डंपर एक ओर से दूसरी ओर दौड़ते रहते हैं। वहां न तो अधिकारियों की नजर पड़ती है और न पुलिस की ही। ग्रामीणों का कहना है कि कोई भी मिट्टी से भरे डंपरों को नहीं रोकता। एसडीएम डॉ. गजेंद्र पाल सिंह का कहना है कि अवैध खनन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।