गोंडा जिले में परसपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत राजा टोला वार्ड में स्थित प्राचीन राज मंदिर से हुई बहुमूल्य अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी के मामले में पुलिस प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। घटना के तुरंत बाद थानाध्यक्ष शरदेंदु पांडे को उनके पद से हटा दिया गया है और अब स्वाट टीम प्रभारी को परसपुर थाने की कमान सौंपी गई है। इस हाई-प्रोफाइल चोरी के खुलासे के लिए अनुज त्रिपाठी को भी जिम्मेदारी दी गई है।
यह घटना परसपुर राज मंदिर में कल देर रात हुई थी जहां चोरों ने 15-15 किलो वजन की तीन अष्टधातु की मूर्तियों को चुरा लिया। इतना ही नहीं भगवान लड्डू गोपाल का सिंहासन भी चोर अपने साथ ले गए। चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस टीमों ने गहन छानबीन की, लेकिन चोरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
परसपुर थाना क्षेत्र में बीते दो महीनों में यह दूसरा मौका है जब किसी थानाध्यक्ष को बदला गया है। इससे पहले भी कोई भी थानाध्यक्ष अपना एक महीने का कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है, जो क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े करता है। यह मामला त्रेता युग से संबंधित प्राचीन परसपुर राज मंदिर का है, जिससे क्षेत्र की जनता में गहरी आस्था जुड़ी हुई है। मूर्तियों की चोरी से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। पुलिस अधीक्षक द्वारा पांच पुलिस टीमों को इस पूरी घटना की खुलासे के लिए लगाया गया है।
पुलिस की कई टीमें इस संवेदनशील मामले के खुलासे के लिए लगातार जुटी हुई हैं और जल्द से जल्द चोरों को पकड़ने का प्रयास कर रही हैं। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कहा कि परसपुर थाना अध्यक्ष लापरवाही बरत रहे थे इसीलिए इन्हें हटा दिया गया है नए थाना प्रभारी की कमान अनुज त्रिपाठी को दी गई है।