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प्रयागराज में एनसीसी 17वीं बटालियन में फर्जीवाड़ा: लेफ्टिनेंट कर्नल की मुहर लगाकर भेजा झूठा पत्र, एक्स-कर्मचारी पर एफआईआर दर्ज

प्रयागराज की एनसीसी 17वीं बटालियन (8 चैथम लाइन) में लेफ्टिनेंट कर्नल अरविंद सिंह की सरकारी मुहर का दुरुपयोग कर जालसाजी का मामला सामने आया है। अफसर की शिकायत पर कर्नलगंज थाने में पूर्व सीनियर असिस्टेंट कृष्णकांत यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

शिकायत के अनुसार, 29 अगस्त 2025 को लेफ्टिनेंट कर्नल के सरकारी पते पर एक टाइप किया हुआ पत्र पंजीकृत डाक से आया। उस पर कार्यालय की मुहर लगी थी और उसमें उनके निजी रसोइए रिंकू के खिलाफ आरोप लगाए गए थे। पूछताछ में रसोइए ने इन आरोपों को झूठा बताया। पत्र पर कार्यालय के चालक संजय के हस्ताक्षर थे, लेकिन उसने भी इससे किसी तरह के संबंध से इंकार कर दिया। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि पत्र में दोनों के नाम और हस्ताक्षर का गलत इस्तेमाल किया गया।

सीसीटीवी फुटेज से हुआ पर्दाफाश:
डाकघर की जानकारी के आधार पर फुटेज खंगालने पर पता चला कि पूर्व कर्मचारी कृष्णकांत यादव डाकघर में रजिस्ट्री कराते हुए कैमरे में कैद हुआ है। फुटेज के मुताबिक, वह 12:41 बजे डाकघर में प्रवेश करता है, 13:09 बजे रजिस्ट्री करवाता है और 13:13 बजे बाहर निकल जाता है।

ऑफिस की मुहर तक थी पहुंच:
अधिकारी ने बताया कि आरोपी को अपने कार्यकाल के दौरान कार्यालय की मुहर तक पहुंच थी और जिस दिन उसने यह कृत्य किया, उसी दिन अपनी उपस्थिति पंजिका में एंट्री भी की थी। इससे स्पष्ट होता है कि उसने कार्यालय में मौजूद रहते हुए ही यह फर्जीवाड़ा किया।

तकनीकी जांच शुरू:
एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी के मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल, लोकेशन और अन्य डिजिटल साक्ष्य खंगालने शुरू कर दिए हैं। जांच टीम डिजिटल सबूतों के आधार पर पूरे मामले की तह तक जाने में जुटी है।

पुलिस का बयान:
कर्नलगंज थाना प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि यह मामला गंभीर प्रकृति का है। फर्जी दस्तावेज तैयार कर मुहर के दुरुपयोग और कर्मचारियों को बदनाम करने के आरोपों की विस्तृत जांच जारी है। पुलिस आरोपी की भूमिका और डिजिटल ट्रेल की बारीकी से जांच कर रही है।

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