उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के असोथर विकासखंड के कौंडर गांव में जल जीवन मिशन के तहत बनी पानी की टंकी का स्टार्टर पिछले 15 दिनों से फुंका पड़ा है। इसके कारण गांव की करीब 3,500 की आबादी गंभीर पेयजल संकट का सामना कर रही है। ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक स्टार्टर की मरम्मत नहीं हो पाई है।
प्रधान प्रतिनिधि पी.के. गुप्ता ने बताया कि मोटर खराब होने के बाद इसे ठीक कराने के लिए जिले और अन्य जिलों से मिस्त्रियों को बुलाया गया। हालांकि, यह एक आधुनिक मोटर है जिसमें विशेष चिप लगी है, जिसे सामान्य मिस्त्री ठीक नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में विभाग को सूचित कर दिया गया है और जल्द समाधान की उम्मीद है।
गांव के निवासी रामप्रकाश सिंह ने बताया कि पिछले पंद्रह दिनों से पानी की टंकी से पानी नहीं आ रहा है, जिससे लोग हैंडपंप या कुएं के पानी पर निर्भर हैं। गृहिणी सावित्री देवी ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि उन्हें सुबह से शाम तक पानी के लिए भटकना पड़ता है, जिससे छोटे बच्चों को स्कूल भेजने में भी दिक्कत होती है।
एक अन्य ग्रामीण राजेश कुमार ने कहा कि टंकी बनने के बाद ग्रामीणों को पानी की समस्या खत्म होने की उम्मीद थी, लेकिन अब यही टंकी सिरदर्द बन गई है। सीमा देवी ने गर्मी में संकट बढ़ने की आशंका जताते हुए प्रशासन से तत्काल ध्यान देने की मांग की।
असोथर के ज्वाइंट विकासखंड अधिकारी कमलेश कुमार ने पुष्टि की कि उन्हें कौंडर गांव में स्टार्टर खराब होने की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि संबंधित विभाग को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारी के अनुसार, यदि स्टार्टर तकनीकी रूप से जटिल है, तो विभागीय इंजीनियरों की एक टीम भेजी जाएगी ताकि जल्द से जल्द पानी की आपूर्ति बहाल की जा सके।
ग्रामीणों ने जिला और ब्लॉक प्रशासन से मांग की है कि जल जीवन मिशन के तहत लगे आधुनिक स्टार्टरों की नियमित जांच और मरम्मत के लिए एक विशेष तकनीकी दल तैनात किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचा जा सके।