मोहनलालगंज पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग में पैसे गंवाने के बाद 14 साल के किशोर की आत्महत्या करने के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस ने इस संबंध में झारखंड से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को भी पकड़ा गया है। डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल बुधवार दोपहर एक बजे इस पूरे मामले पर प्रेसवार्ता कर विस्तृत जानकारी देंगे।
यह मामला मोहनलालगंज के धनुवासाड़ गांव का है, जहां 15 सितंबर को छठवीं कक्षा के छात्र यश (13) ने आत्महत्या कर ली थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यश ने अपने पिता के बैंक खाते से 14 लाख रुपए ऑनलाइन गेम में गंवा दिए थे। उसके गेम में हारे पैसों से आरोपी ने बेड, एसी और अन्य घरेलू सामान खरीदे थे।
परिवार को इस बात का पता चलने के बाद छात्र ने यह कदम उठाया। पुलिस की छानबीन में ऑनलाइन गेम खेलने वाले युवाओं के एक गिरोह का खुलासा हुआ, जिसने छात्र को बहला-फुसलाकर अपने खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए थे।
बीते शुक्रवार को यश के पिता ने अज्ञात लोगों के खिलाफ बेटे को ब्लैकमेल करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले में गहनता से जांच की और आरोपियों तक पहुंची।
2024 में इंटर पास हुआ, इंजीनियर का हेल्पर
पुलिस ने बताया- पकड़ा गया आरोपी सातवीं कक्षा पास होने के बाद 2018 से फ्री फायर गेम खेल रहा है। 2024 में इंटर पास किया है। वह डीजी जनरेटर की सर्विस करने वाले इंजीनियर के साथ हेल्पर का काम करता हैं। आरोपी का नाम सनत गोराई (20 वर्ष) है। उसके पिता जनरल स्टोर की दुकान चलाते हैं। आरोपी ने बताया कि उसने एक बार में ढाई लाख रुपए मिले तो उसने घर के लिए एक बेड, एसी और अन्य घरेलू समान खरीदा था।