बुलंदशहर की मालागढ़ ग्राम पंचायत में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है। ग्राम प्रधान जगजीवन सैनी पर विकास कार्यों की राशि का दुरुपयोग कर उसे अपने और परिजनों के खातों में ट्रांसफर करने का आरोप है।
प्रधान ने स्टेबलाइजर के नाम पर 12,800 रुपये अपने खाते में और सफाई कार्य के नाम पर 1,17,900 रुपये भाई व भतीजे के खाते में भेजे। ई-रिक्शा चालक के नाम पर 1,19,000 रुपये निकाले गए। जांच में पाया गया कि 15वें वित्त आयोग में इस तरह के मानदेय का कोई प्रावधान नहीं है।
तालाब सफाई के नाम पर 3,43,596 रुपये का भुगतान किया गया, जो सही पाया गया। प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने प्रधान को नोटिस दिया, लेकिन जवाब संतोषजनक न मिलने पर उनके वित्तीय अधिकार सीज कर दिए गए।