संभल जिला मुख्यालय को लेकर प्राचीन श्रीकल्कि विष्णु मंदिर में बैठक आयोजित हुई। मुख्यालय के शांतिपूर्ण आंदोलन में स्थानीय लोगों का समर्थन करने के लिए मां कैलादेवी धाम के महत्व ऋषिराज गिरी महाराज और नैमिषारण्य क्षेमनाथ तीर्थ मंदिर के महंत एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाथ संप्रदाय के संत बालयोगी दीनानाथ ने समर्थन किया।
संभल विवादित स्थल पर आज हाईकोर्ट के आ रहे फैसले से पहले मां कैलादेवी धाम के महंत ऋषिराज गिरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी योगीजी से संभल के हरिहर मंदिर को लेकर बात हुई थी, मुझे ऐसा लगता है कि बहुत जल्द ही हरिहर मंदिर के कपाट खुलेंगे। जब हरिहर मंदिर के कपाट खुल जाएंगे तो इनकी किसी की ताकत नहीं है जो यहां से मुख्यालय ले जाएं।
संभल के लिए जितना जरूरी हरियर मंदिर है उतना जरूरी मुख्यायल है। जैसे हरिहर की लड़ाई पूरा देश देख रहा है। कुछ न कुछ नया हो रहा है तो ऐसा कुछ नया सम्भलवासी करें। इजराइल छोटा सा देश है सारी दुनिया को बता दिया है आप भी इजरायल जैसे बनिए। हर बच्चे को ट्रेनिंग दीजिए, चाहे वह लड़की हो या लड़का और संभल में कुछ नया कीजिए।
महंत ने कहा कि मथुरा, काशी, अयोध्या में मुख्यायल है और सम्भल न बने ऐसा हो ही नहीं सकता। भगवान हरिहर से प्रार्थना करनी है सम्भल के अंदर जिला मुख्यालय भी बने और जल्दी से जल्दी हरिहर मंदिर के ताले खुले।
महंत ने कहा कि कैलादेवी की तरफ सेना की जमीन बहुत पड़ी है चाहे तो सेना बना सकती है।हम हरिहर मंदिर के लिए गए और बहुत जल्द उसे मंदिर बनाने का प्रयास किया, वह मस्जिद आपके मंदिर के सामने प्रकट होगी और आप सभी को हरिहर भगवान के दर्शन होंगे।
ऋषिराज गिरी ने कहा कि हरिहर मंदिर कोर्ट की लड़ाई नहीं यह हर सनातनी की लड़ाई है, हिंदू कहीं पलायन नहीं करेगा। संभल से जो हिंदू पलायन कर गए वह पछताएंगे। संभल में जो अल्पसंख्यक बने बैठे हैं वह भगवान की कृपा से सनातन धर्म में कन्वर्ट होंगे नहीं तो वह पलायन करेंगे। संभल में सिर्फ सनातनी रहेगा ऐसा मेरा मानना है।