शिव शक्ति अखाड़ा प्रमुख मधुरम ने हिंदुत्व की एकता को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना था कि “हिंदुओं की सभी जातियों और वर्गों को एकजुट करना है। हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए हिंदुत्व को एकता के सूत्र में पिरोकर भेदभाव को समाप्त करना है।” उन्होंने
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मधुरम अपने काफिले के साथ जनपद सीमा अनंतराम टोल प्लाजा के पास पहुंचे, जहां क्षेत्रीय लोगों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने बताया कि वह 21 जातियों के 31 लोगों के काफिले के साथ 25 अप्रैल से हिंदुत्व को एकजुट करने के लिए यात्रा पर निकले हैं। यात्रा का उद्देश्य सभी प्रदेशों में हिंदुओं को जागरूक करना है।
भीमराव अंबेडकर और मुगलों पर बयान इस दौरान उन्होंने भीमराव अंबेडकर का नाम लिया और कहा, “अंबेडकर ने कभी इस्लाम को स्वीकार नहीं किया। उनका मानना था कि इस्लाम मानने वाला कभी राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता।” उन्होंने यह भी कहा कि वह जय भीम का नारा देने वाले लोगों को यह समझाने निकले हैं कि अंबेडकर के आदर्शों को आगे बढ़ाते हुए हिंदू समाज को सशक्त और एकजुट बनाना है।
मधुरम ने मुगलों के दौर का जिक्र करते हुए कहा, “मुगलों ने हिंदुओं पर अत्याचार करके सत्ता हासिल की। अब हमें हिंदू समाज को सशस्त्र, साहसी और धर्म योद्धा बनाना होगा। हर हिंदू को सशस्त्र होना चाहिए, ताकि हम अपनी रक्षा और धर्म की सुरक्षा कर सकें।”
इस बयान के साथ शिव शक्ति अखाड़ा प्रमुख ने हिंदुत्व की एकता और सशक्तीकरण का संदेश दिया और इसे एक आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाने की बात कही।